scriptफायरिंग से बचा तो हितेश ने तीन जगह तैनात किए थे छह शूटर | Hitesh had posted six shooters at three places when firing was avoided | Patrika News
जोधपुर

फायरिंग से बचा तो हितेश ने तीन जगह तैनात किए थे छह शूटर

– बस ऑपरेटर की हत्या के लिए जेल में बंद डकैत ने तत्कालीन सरपंच से ली थी आठ लाख की सुपारी- तत्कालीन सरपंच ने हितेश उर्फ लंगड़ा को दिए थे एक लाख रुपए एडवांस

जोधपुरNov 23, 2021 / 06:16 pm

Vikas Choudhary

फायरिंग से बचा तो हितेश ने तीन जगह तैनात किए थे छह शूटर

फायरिंग से बचा तो हितेश ने तीन जगह तैनात किए थे छह शूटर

जोधपुर.
सोशल मीडिया पर हथियारों की ‘सेलÓ लगाकर पिस्तौल व कारतूस के साथ दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आया हितेशसिंह उर्फ लंगड़ा ने साढ़े सात साल पहले जोधपुर में प्रतापनगर बस स्टैण्ड के पास बस ऑपरेटर शैतानसिंह टेकरा की हत्या के लिए तीन राउण्ड फायर किए थे, लेकिन वह बच गया था। इसके बाद बस ऑपरेटर की हत्या के लिए बस ऑपरेटर के घर और दो बस स्टैण्डों के पास छह शूटर तैनात किए गए थे, लेकिन पुलिस ने सभी को पकड़ लिया था। जोधपुर जेल में बंद डकैत धनसिंह पिरोली उर्फ ठाकुर धनु प्रतापसिंह राठौड़ को तत्कालीन सरपंच ने बस ऑपरेटर की हत्या के लिए आठ लाख रुपए में सुपारी दी थी। जेल में साथ रहने से धनसिंह व हितेशसिंह में सम्पर्क हुआ था। जमानत मिलने पर हितेशसिंह जेल से बाहर निकला तो धनसिंह ने उसे शैतानसिंह की हत्या का जिम्मा सौंप दिया था।
बस ऑपरेटर शैतानसिंह ने बताया कि 20 जनवरी 2014 को वह प्रतापनगर बस स्टैण्ड के पास एसयूवी में बैठा था। तब उस पर तीन फायर किए गए थे। उसने फायर करने वाले बाइक सवार युवकों को देख लिया था। एसयूवी से पीछा भी किया था, लेकिन वो भाग गए थे। इस संबंध में प्रतापनगर थाने में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया गया था।
फायरिंग के कुछ ही दिन बाद पुलिस ने हितेशसिंह उर्फ लंगड़ा व पांच साथियों को गिरफ्तार किया था। पहले प्रयास में हत्या से चूकने पर हितेशसिंह ने बीजेएस कॉलोनी में निजी स्कूल, कृषि मण्डी चौराहा और प्रतापनगर बस स्टैण्ड के पास दो-दो शूटरों को तैनात किए थे। ताकि शैतानसिंह की हत्या की जा सके, लेकिन इनकी साजिश में शामिल एक युवक ने पुलिस को सूचना देकर सभी को पकड़वा दिया था।
एक लाख हितेश व 7 लाख डकैत के खाते में जमा
कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड में अवैध हथियार के मामले में तत्कालीन सरपंच को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जहां उसकी मुलाकात डकैत धनसिंह से हुई थी। तत्कालीन सरपंच ने शैतानसिंह की हत्या के लिए आठ लाख रुपए में सुपारी देना तय किया था। धनसिंह ने जेल में बंद एक बंदी के मार्फत जमानत पर बाहर निकले हितेश को जिम्मा दे दिया था। तत्कालीन सरपंच ने हितेश व एक अन्य को एक लाख रुपए दिए थे। निशाना चूकने पर शेष सात लाख रुपए डकैत के खाते में जमा कराए थे। इन रुपए से जयपुर जाकर हथियार खरीदकर लाए गए थे।
डकैत व सरपंच सहित नौ जने हुए थे गिरफ्तार
प्रतापनगर बस स्टैण्ड के पास फायरिंग के मामले में पुलिस ने हितेशसिंह उर्फ लंगड़ा व उसके पांच साथी, जेल से डकैत धनसिंह पिपरोली व मुकेश और तत्कालीन सरपंच को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया था। सभी के खिलाफ चालान पेश होने के बाद मामला कोर्ट में विचाराधीन है।

Home / Jodhpur / फायरिंग से बचा तो हितेश ने तीन जगह तैनात किए थे छह शूटर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो