थानाधिकारी हुकमसिंह ने बताया कि एसबीआई के क्षेत्रीय व्यावसायिक कार्यालय के मुख्य प्रबंधक सुखदेव सोलंकी ने लूनी के पूर्व शाखा प्रबंधक भरतदेव मेघवाल के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई है। आरोप है कि शाखा में भरतदेव के पदस्थानापन्न से पहले शाखा का सरप्लस फण्ड 58,00,035.75 रुपए था। जिसे बैंकर्स चेक बनाकर 20 मार्च 2019 को बैंक में सुरक्षित रखा गया था। कुछ समय बाद भरतदेवलूनी में एसबीआइ शाखा प्रबंधक लगाए गए थे। इस दौरान उन्होंने 9 दिसम्बर 2022 से 30 जनवरी 2023 के बीच 50 अनाधिकृत व्यक्तियों-खाता धारकों-कृषकों व अन्य के बैंक खातों में 57,55,140 रुपए ट्रांसफर कर दिए।
गबन का संदेह होने पर बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय से आंतरिक जांच के लिए विष्णु कुमावत व रामधन मीणा को लूनी शाखा भेजा गया। सरप्लस फण्ड व अन्य प्रविष्टियों की जांच की तो गबन का पता लगा। विष्णु ने 31 व रामधन ने 15 पृष्ठ की जांच रिपोर्ट बैंक को सौंपी।
अवकाश के दिन भी काम कर घोटाला किया
जांच में सामने आया कि शाखा प्रबंधक ने जिन-जिन लोगों के खातों में राशि ट्रांसफर की थी, उन्हें यह राशि भेजने का अधिकार तक नहीं था। शाखा प्रबंधक ने अवकाश के दिन भी बैंक के सॉफ्टवेयर में बंक करके प्रवष्टियांकरवाईं थी। उसने पद का दुरुपयोग कर अधीनस्थ कर्मचारी प्रकाश गहलोत व गौरव शर्मा को निर्देश देकर प्रविष्टियां कराईं।
निलम्बित कर एफआइआर दर्ज कराई है…
आंतरिक जांच में गबन की पुष्टि हुई। मार्च में तत्कालीन शाखा प्रबंधक भरतदेव को निलम्बित कर दिया गया था। अब मामला दर्ज कराया गया है। सुखदेव सोलंकी, मुख्य प्रबंधक, एसबीआइ क्षेत्रीय कार्यालय