सरदारपुरा बी रोड और सोजती गेट स्थित टावर के प्रतिनिधियों ने नोटिस लेने से इनकार कर दिया। इस पर दोनों प्रतिष्ठानों में नोटिस चस्पा कर दिए। अपशिष्ट उठाने वाली निजी फर्म के संचालक विनोद बारासा ने बताया कि टावर में स्थित प्रत्येक प्रतिष्ठान से ढाई सौ रुपए व आवासीय कॉलोनी में प्रति आवास से ५० रुपए मासिक लिए जाते हैं। इतनी कम राशि के बावजूद कई प्रतिष्ठान सहयोग नहीं कर रहे, इस कारण इनके आसपास गंदगी हो रही है।
दूसरी ओर शहर में जगह-जगह गंदगी का आलम है। गिरधर
मंदिर वाली सड़क पर कई लोगों को नाक पकड़कर गुजरना पड़ता है। जबकि इस ओर किसी का
ध्यान नहीं जा रहा है। हालात यह हो गए है कि इस रासते लोग जाने से गुरेज करने लगे हैं। भीतरी शहर की गलियां भी गंदगी से अछूती नहीं है। यहां सरकारी से ज्यादा निजी सफाईकर्मियों के भरोसे
कार्य चल रहा है। कई वार्डों में बराबर सफाईकर्मी तक नहीं आ रहे है। इस कारण से लोगों में रोष व्याप्त है। इस संबंध में लोग वार्ड पार्षद व अधिकारियों को शिकायत कर थक चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है।