रुपए न देने पर शराब पिलाकर की थी हत्या
सरला के पति व दोनों बच्चों का निधन हो चुका है। वह अकेली रहती थी। नगर निगम से मिलने वाली तनख्वाह अभिषेक को देती थी। जो उसे खर्चे के रुपए देता था। वह घर में बर्तन धोने का काम भी करती थी। भरत नट उसके घर आता था। वह महिला से काफी दिन से एक हजार रुपए मांग रहा था। गत 15 जनवरी को स्मैक के नशे में वह सरला के घर गया, लेकिन वो बर्तन धोने गई हुई थी। भरत भी उसके पीछे-पीछे गया और शाम को मिलने बुलाया था। महिला शाम 5 बजे देवनगर में उद्यान के पास पहुंच गई थी, जहां भरत ने उसे शराब पिलाई और खुद भी पी थी। नशा होने पर दोनों पास ही खण्डरनुमा मकान के कमरे में चले गए थे, जहां भरत ने पीछे से जाकर महिला का गला घोंट दिया था।
फंदे में 8 गांठें लगाईं, पांव बांध खड्डे में लेटाया
आरोपी भरत ने ओढ़नी से महिला का गला इतना कसकर घोंटा था कि उसकी जान नहीं बच पाए। इतना ही नही, उसने ओढ़नी के फंदे में आठ गांठें भी लगा दी थी। ताकि फंदा खोल न पाए। पांव से भारी-भरकम चांदी की पायल लूट लिए थे। दोनों पांव बांध दिए थे। कमरे में खड्डा खोदकर महिला को उसमें लेटाकर भाग गया था।