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जोधपुर

जोधपुर के माचिया जैविक उद्यान में जन्मा कैलाश अब दर्शकों का सुपर स्टार

पहले दिन खुले आकाश को निहाराता रहा, दिनभर की खूब अठखेलियां

जोधपुरAug 08, 2017 / 03:28 pm

Nandkishor Sharma

lion cub kailash shifted in cage

lion cub kailash shifted in cage

जोधपुर. माचिया जैविक उद्यान में करीब १० माह पूर्व जन्मे शेर शावक ‘कैलाश’ को रक्षाबंधन के पावन दिवस पर पहली बार दर्शकों के लिए डिस्प्ले एरिया में छोड़ दिया गया। माचिया उद्यान में खुले आसमां के नीचे एन्क्लोजर में पहले दिन कैलाश ने खूब अठखेलियां की। करीब १० माह से शावक की देखभाल करने वाले वन्यजीव चिकित्सक डॉ. श्रवणसिंह राठौड़ और चिकित्सक सहायक महेन्द्र गहलोत के नेतृत्व में शावक को एन्क्लोजर में छोड़ा गया तो कैलाश काफी देर तक आसमां को निहारता रहा। उसके बाद उसने वाटरहॉल की जांच की और पूरा दिन अठखेलियों में बिताया। माचिया में पहुंचे भी दर्शकों ने कैलाश की अठखेलियों का पूरा लुत्फ उठाया। इस स्टार वन्यजीव के साथ दर्शकों में दूर से ही सेल्फी लेने का जबरदस्त क्रेज नजर आया। दर्शक शावक को कैलाश को नाम लेकर पुकार रहे थे, तब उद्यान का पूरा स्टाफ दर्शकों से मिले प्यार से खुद को गौरान्वित महसूस कर रहा था।  
एन्क्लोजर में छोडऩे के बाद पता चला कि कैलाश सचमुच बड़ा हो गया है। उल्लेखनीय है माचिया जैविक उद्यान में एशियाटिक लायन ‘आरटी’ ने दूसरी बार २२ अक्टूबर २०१६ को तीन शावकों को जन्म दिया था। इनमें से मां के दूध नहीं पिलाने से दो शावकों की मौत हो गई। तीसरे शावक कैलाश को बचाने के लिए मां से अलग कर डॉ. राठौड़ की देखरेख में अलग कमरे में पालनपोषण किया गया। समूचे उत्तरभारत में लायन शावक को बचाने का संभवत: इस तरह का एेसा अनूठा पहला मामला है।
कैलाश की जन्म कुण्डली


जन्म की तारीख —२२ अक्टूबर २०१६ रात्रि १ बजे

वजन———–६२ किलो ५०० ग्राम

खुराक——– २ किलो पॉल्ट्री मीट विथ केल्शियम

अन्य आहार—–विटामिन और कैल्शियम

एेतिहासिक घटना

शावक कैलाश को खुले पिंजरे में छोडऩे की एेतिहासिक घटना हो गई है। चिकित्सकीय टीम के साथ पूर्व उपवन संरक्षक डॉ. महेन्द्रसिंह और अन्य स्टाफ के सामूहिक प्रयास की बदौलत संभव हो पाया है। जल्द ही शावक कैलाश के छोटे भाई करीब तीन माह के आरके को भी रखने का प्रयास होगा।
भगवानसिंह राठौड़, कार्यवाहक उपवन संरक्षक, (वन्यजीव), जोधपुर/em>

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