READ MORE: नोटबंदी का एक माह पूरा, बाजार पकडऩे लगा रफ्तार, बैंकों में कैश की कमी, एटीएम पर अब भी कतारें रेलवे ने कैशलैस के लिए स्वैप मशीन जैसी कोई सुविधा नहीं की तो टिकट खिड़कियां सूनी हो जाएंगी। दूरदराज के क्षेत्रों के रेलवे स्टेशनों पर यह परेशानी ज्यादा बड़ा रूप ले सकती है।
एटीवीएम भी नाकाफी जोधपुर मण्डल रेलवे के 119 स्टेशनों में से सिर्फ 27 स्टेशनों पर ही एटीवीएम मशीन लगाई गई हैं। इन 27 स्टेशनों पर लगाई गई 40 एटीवीएम मशीनों में पर सिर्फ 70 फैसिलेटर लगाए गए हैं, जो कि नाकाफी हैं। ऐसे में बाकी बचे 98 स्टेशनों की टिकट खिड़कियों पर हालात विकट हो जाएंगे। एटीवीएम मशीन से टिकट बनवाने के लिए यात्रियों को पहले टिकट खिड़की से स्मार्ट कार्ड लेना होगा। उस स्मार्ट कार्ड के लिए भी कैश देना होगा, जो कि 500 के पुराने नोट हुए तो चलेंगे नहीं। ऐसे में यात्री सीधे तौर पर एटीवीएम मशीन का इस्तेमाल भी नहीं कर पाएंगे।
READ MORE: नोटबंदी के 30 दिन बाद भी जारी कतारें, कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए अब बैंकों का प्रशिक्षण पर जोर कैशलैस करने के लिए काम चल रहा है टिकट काउंटर्स को कैसे कैशलैस किया जा सकता है इस पर काम चल रहा है। वैसे ऑनलाइन टिकट पर ऑनलाइन शुल्क जल्द ही समाप्त कर दिया जाएगा और यात्रियों को 5 फीसदी अतिरिक्त छूट दी जाएगी।-तरुण जैन, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर।
READ MORE: नोटबंदी ने किया हवाला कारोबार को चौपट, कुछ प्रवासी थे करोड़ों रुपए मारवाड़ भेजने की फिराक में फैक्ट- 119- स्टेशन हैं जोधपुर रेल मण्डल में 27 – स्टेशनों पर ही हैं 40 एटीवीएम मशीन
35 फीसदी- टिकट बुक होते हैं खिड़कियों से 15,000- यात्री हर दिन आवागमन करते हैं जोधपुर स्टेशन से 47- यात्री गाडि़यों संचालित होती हैं जोधुपर स्टेशन से