पिछले एक महीने में ड्रोन या यूएवी (अनमैन्ड एरियल व्हीकल) से भारतीय सेना की गतिविधियों की टोह लेने में मात खाने से परेशान पाकिस्तान अब हथियारबंद चीनी यूसीएवी (अनमेन्ड कॉम्बेट एरियल व्हीकल) खरीदने की तैयारी में है। जानकारी मिली है कि इन्हें नियंत्रण रेखा के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात किया जाएगा।
पुलवामा हमले के बाद 27 फरवरी को बालाकोट में भारतीय वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इससे दोनों देशों के मध्य तनाव बढ़ गया और दोनों देशों ने बॉर्डर पर सैनिक गतिविधियां बढ़ा दी। पाकिस्तान के पास मिलिट्री सैटेलाइट नहीं है। उसके पास भारतीय सेना की रियल टाइम पॉजिशन प्राप्त करने का एकमात्र सहारा यूएवी है। लेकिन पिछले महीने में भारतीय सेना ने उसके एक दर्जन से अधिक यूएवी मार गिराए हैं। अकेले 11 यूएवी श्रीगंगानगर में नीचे गिराए जा चुके हैं और पाक को भारतीय सुरक्षा बलों की तैयारियों के बारे में कोई खास जानकारी भी हासिल नहीं हो सकी है। परेशान पाक यूसीएवी प्रकार के ड्रोन खरीदने की तैयारी में फिराक में है ताकि भारतीय सेना की एंटी एयरक्राफ्ट गन का जवाब दे सके।
एडवांस चीनी ड्रोन करते हैं हमला-
पाकिस्तान चीन से करीब 48 सीएच (काई हंग)-4 और सीएच-5 प्रकार के यूसीएवी यानी ड्रोन खरीदेगा। सीएच-4 ड्रोन 400 किलोग्राम तक विस्फोटक लेकर उड़ता है और करीब 40 घण्टे तक आसमान में रह सकता है। इसकी रेंज पांच हजार किलोमीटर है। वहीं सीएच-5 अत्याधुनिक एडवांस ड्रोन है जो 1000 किलो विस्फोटक के साथ 60 घण्टे हवा में रह सकता है। ये दोनों 17 हजार फीट ऊंचाई से हमला कर सकते हैं। सीएच-5 के पंख की लम्बाई ही 21 मीटर है जो 3 टन वजन के साथ उड़ता है। इसमें एक 16 मिसाइल आ सकती है जो हवा से सतह में फायरिंग कर सकता है।
पाक ने शनिवार को अपने गणतंत्र दिवस के मौके पर सैन्य क्षमता का अपूर्व प्रदर्शन किया। पाक व चीन के संयुक्त रूप से तैयार जेएफ-17 लड़ाकू विमान ने विभिन्न मैनुवर दिखाए। अब पाक जेएफ-17 पर एक्टिव इलेक्ट्रोनिकली स्केन्ड एरे यानी राडार लगाने जा रहा है ताकि वह अपनी सीमा से ही भारत की गतिविधियों पर नजर रख सके। भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही नेत्र प्रणाली मौजूद है।