एसीबी का कहना है कि मांगीलाल ने गांव की पैतृक जमीन पर केसीसी लोन ले रखा था। जो पूर्ण हो गया था। इस पर म्युटेशन भरना था। वहीं, पिता का निधन होने पर फौतगी म्युटेशन भी भरवाना था। निंबला पटवार मण्डल के पटवारी नंदाराम चौधरी से सम्पर्क करने पर दस हजार रुपए रिश्वत मांगी गई थी। जिसकी शिकायत मांगीलाल ने गत 23 सितम्बर को एसीबी की जालोर चौकी में की। उसी दिन गोपनीय सत्यापन कराया गया तो रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई थी। इस पर परिवादी को रविवार को किराए के मकान में रिश्वत देने भेजा, जहां उसने पटवारी को दस हजार रुपए दिए। तभी एसीबी ने उसे पकड़ लिया।