जानबूझकर कम दिए गए अंक
अब कई बच्चों ने बोर्ड में ऑनलाइन फीस जमा कर अपनी जांची कॉपियों की प्रतियां निकलवाई और उन्हें सरकारी स्कूल में कार्यरत अन्य शिक्षकों से जांच करवाया तो सामने आया कि पूर्व में जांची गई कॉपियों में जानबूझकर अंक कम दिए गए।
अब कई बच्चों ने बोर्ड में ऑनलाइन फीस जमा कर अपनी जांची कॉपियों की प्रतियां निकलवाई और उन्हें सरकारी स्कूल में कार्यरत अन्य शिक्षकों से जांच करवाया तो सामने आया कि पूर्व में जांची गई कॉपियों में जानबूझकर अंक कम दिए गए।
इस तरह सामने आई धांधली
विज्ञान संकाय से 12वीं की परीक्षा देने वाले आयुष लड्ढा के अंक हिन्दी को छोड़कर सभी में 90 प्रतिशत से ऊपर हैं। इन्होंने बोर्ड से हिन्दी की कॉपी की प्रति निकालकर अन्य सरकारी शिक्षकों से जांच कराई तो इनके हिन्दी में भी 85 से 90 प्रतिशत आए।
विज्ञान संकाय से 12वीं की परीक्षा देने वाले आयुष लड्ढा के अंक हिन्दी को छोड़कर सभी में 90 प्रतिशत से ऊपर हैं। इन्होंने बोर्ड से हिन्दी की कॉपी की प्रति निकालकर अन्य सरकारी शिक्षकों से जांच कराई तो इनके हिन्दी में भी 85 से 90 प्रतिशत आए।
हिन्दी और अंग्रेजी ने परिणाम बिगाड़ा
विज्ञान संकाय के 12वीं कक्षा के छात्र कशिश अग्रवाल के ऐच्छिक विषयों में 90 प्लस अंक आए, लेकिन हिन्दी और अंग्रेजी ने परिणाम बिगाड़ दिया। कॉपी की प्रति निकलवाने पर सामने आया कि सही प्रश्नों के शून्य अंक दिए गए हैं। 12वीं की परीक्षा देने वाले पुष्कर धाकड़ के अंक ऐच्छिक विषयों में 90 प्लस आए, लेकिन हिन्दी और अंग्रेजी में 33 से कम है। इनकी कॉपियों में भी सही सवालों जीरो नंबर दिए गए हैं।
विज्ञान संकाय के 12वीं कक्षा के छात्र कशिश अग्रवाल के ऐच्छिक विषयों में 90 प्लस अंक आए, लेकिन हिन्दी और अंग्रेजी ने परिणाम बिगाड़ दिया। कॉपी की प्रति निकलवाने पर सामने आया कि सही प्रश्नों के शून्य अंक दिए गए हैं। 12वीं की परीक्षा देने वाले पुष्कर धाकड़ के अंक ऐच्छिक विषयों में 90 प्लस आए, लेकिन हिन्दी और अंग्रेजी में 33 से कम है। इनकी कॉपियों में भी सही सवालों जीरो नंबर दिए गए हैं।
स्कूलों को पीपीपी मोड पर देने का कांग्रेस ने विरोध
राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों को पीपीपी मोड पर देने का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि चिकित्सा और शिक्षा जैसी संवैधानिक जिम्मेदारी सरकार की है। इसके निजीकरण के विरोध में कांग्रेस सड़क पर उतरकर विरोध करेगी। पायलट ने कहा कि सरकार ने पहले तो 18 हजार सरकारी स्कूलों पर ताला लगा दिया और अब स्कूलों को निजी हाथ में दे रही है। सरकार ने अभी तो 300 स्कूलों को निजी क्षेत्र में देने का निर्णय किया है, लेकिन धीरे-धीरे सरकार सभी स्कूलों को निजी हाथ में सौंपने जा रही है।
राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों को पीपीपी मोड पर देने का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि चिकित्सा और शिक्षा जैसी संवैधानिक जिम्मेदारी सरकार की है। इसके निजीकरण के विरोध में कांग्रेस सड़क पर उतरकर विरोध करेगी। पायलट ने कहा कि सरकार ने पहले तो 18 हजार सरकारी स्कूलों पर ताला लगा दिया और अब स्कूलों को निजी हाथ में दे रही है। सरकार ने अभी तो 300 स्कूलों को निजी क्षेत्र में देने का निर्णय किया है, लेकिन धीरे-धीरे सरकार सभी स्कूलों को निजी हाथ में सौंपने जा रही है।