एम्स जोधपुर में 2012 के बाद यह 5 वीं भर्ती है। इसमें अलग अलग विभागों में कुल नए फैकल्टीज की संख्या 100 से ज्यादा एक साथ बढेगी। वर्तमान में यहां 150 चिकित्सकों की सेवाएं ओपीडी में मिल रही है। नई भर्ती के बाद यह संख्या बढकर 271 हो जाएगी।
हालांकि ओपीडी भी पिछले साल की तुलना में बढकर औसतन रोजाना 2200 मरीजों तक पहुंच गई है। इसमें नए और फॉलोअप दोनों तरह के मरीज शामिल हैं। जनरल मेडिसिन, शिशुरोग विभाग, ऑर्थोपेडिक्स विभाग में मरीजों को 5-6 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है।
12 बजे के बाद नहीं होता मरीजों का पंजीयन ओपीडी में बढते मरीज और चिकित्सकों की संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने एम्स में पंजीयन कराने का समय भी दो घंटे कम कर सुबह 8 से 12 बजे कर दिया है। इससे पहले नए मरीजों का पंजीयन 2 बजे तक होता था। अभी 12 बजे के बाद मरीज की ओपीडी परची नहीं बनती है।
वहीं अधिकतर विभागों की ओपीडी में मरीजों की संख्या भी निर्धारित कर दी गई है। ऐसे में जैसलमेर , बाड़मेर और अन्य दूसरे शहरों ,गांवों से आने वाले मरीजों को एक दिन यहां रूक कर अगले दिन ओपीडी में नंबर लगाना पड़ता है।
फैक्ट फाइल फैकल्टीज संख्या
प्रोफेसर 28
एडिशनल प्रोफेसर 24
एसोसिएट प्रोफेसर 45
असिस्टेंट प्रोफेसर 24
कुल 121 मरीजों की ओपीडी
नए मरीज- 1200
पुराने मरीज- 1000
फैकल्टीज बढाएंगे अभी 12 बजे के बाद मरीज की ओपीडी परची नहीं बनती है। 3-4 बजे तक चिकित्सक ओपीडी में मरीजों को देखते हैं। फैकल्टीज की भर्ती और बढाने से ओपीडी में चिकित्सकों की सेवाओं में इजाफा होगा। – डॉ. अरविन्द सिन्हा, अस्पताल अधीक्षक, एम्स।