(Jain Saints who were walking ahead were hit by the truck) पुलिस के अनुसार मोगड़ा में एक फैक्ट्री से सात जैन संत अल-सुबह पैदल ही विहार कर जोधपुर के लिए (7 Jain Saits were walked to Jodhpur) रवाना हुए। सुबह करीब चार बजे मोगड़ा से जोधपुर की तरफ पहुंचे तो गलत दिशा में पीछे से तेज रफ्तार व लापरवाही से एक ट्रक आया और संतों को चपेट में ले लिया। सबसे पीछे पैदल विहार कर रहे एक संत और आगे विहार करने वाले दो संतों को ट्रक ने चपेट (Jain Saints who were walking ahead were hit by the truck) में लिया। तीनों घायल हो गए। गंभीर घायल जैन संत चरण तिलक विजय की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
जबकि जैन संत चैतन्य विजय तिलक और सारस्वत तिलक को एम्स ले जाया गया, जहां संत चैतन्य तिलक विजय का भी दम टूट गया। जबकि सिर में चोट से चोटिल संत सारस्वत तिलक को प्राथमिक उपचार के बाद अन्य संतों के साथ भेज दिया गया। हादसे का पता लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। एएसआइ शिवराज की तरफ से ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
जैन समाज के पदाधिकारी व मौजिज व्यक्ति एम्स पहुंचे
हादसे का पता लगते ही जैन समाज में शोक की लहर छा गई। समाज के पदाधिकारी व मौजिज व्यक्तियों के साथ ही भैरूबाग जैन श्वेताम्बर तीर्थ के संत व पदाधिकारी एम्स पहुंचे। जैन समाज के आग्रह पर पुलिस ने बगैर कोई कार्रवाई या पोस्टमार्टम कराए दोनों शव सुपुर्द किए।
ओसवाल श्मशान गृह जाएगी अंतिम प्रयाण यात्रा
एम्स से दोनों संतों के शव सरदारपुरा स्थित भैरूबाग जैन श्वेताम्बर तीर्थ लाए गए, जहां से शाम 4.30 बजे दोनों संतों की अंतिम प्रयाण यात्रा रवाना होकर सिवांची गेट ओसवाल श्मशान गृह जाएगी।