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हाईडोज रेडियोन्यूक्लाइड थैरेपी वार्ड भी बनेगाडॉक्टरों ने बताया कि विभाग में हाईडोज रेडियोन्यूक्लाइड थैरेपी वार्ड का निर्माण शुरू हो गया है। इसी साल के अंत तक इसके तैयार होने की उम्मीद है। इस हाईडोज रेडियोन्यूक्लाइड थैरेपी वार्ड में आठ बेड होंगे और यह देश में आंतरिक रोगी उपचार सुविधा के सबसे बड़े वार्ड में से एक होगा। थायरॉइड कैंसर और अस्पताल में भर्ती उच्च खुराक रेडियोन्यूक्लाइड उपचार की आवश्यकता वाले कई अन्य कैंसर रोगियों के लिए थैरेपी वार्ड सुविधा बहुत फायदेमंद होगी।
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घाव की पहचानयह प्रणाली सक्रिय घाव की एक सटीक बायोप्सी निदान के समय को कम करने में भी मदद करती है। यह सुई चुभने की संख्या, प्रक्रिया समय, रोगी को दर्द और विकिरण जोखिम को कम करने में मदद करती है। सबसे पहले, मरीज का पूरे शरीर का सीटी स्कैन होगा और घाव की पहचान की जाएगी।