ग्रीष्मकालीन वन्यजीव गणना : वैशाखी पूर्णिमा की चांदनी में गिने वन्यजीव
जोधपुर. वैशाखी पूर्णिमा की धवल चांदनी रात में प्राकृतवास और आश्रय स्थलों से बाहर निकलकर पानी की तलाश में वॉटर ***** पॉइंट पर पहुंचे अलग – अलग प्रजाति के वन्यजीवों की गिनती सोमवार को सुबह शुरू हो गई। यह गिनती मंगलवार सुबह 8 बजे तक अनवरत जारी रहेगी। वनविभाग की अलग अलग टीमों की ओर से वन्यजीवों की संख्या और प्रजाति गणक पत्रिका में दर्ज की गई । वन विभाग के वन्यजीव प्रभाग व प्रादेशिक वन मंडल की ओर से ग्रीष्मकालीन वन्यजीव गणना के तहत वन्यजीव मंडल की ओर से चिह्नित 22 और प्रादेशिक वन मंडल की ओर से 53 वाटर पॉइंट पर वन्यजीव गणना के दौरान कृष्णमृग, चिंकारा, रोजड़े, जंगली सुअर, मोर, सियार, तीतर आदि वन्य जीव बड़ी संख्या में नजर आए । गुड़ा विश्नोइयां क्षेत्र के बड़ा तालाब पर चिंकारे,मोर, सियार, जंगली ***** के झुंड नजर आए । कई जगहों पर तालाब में बचे मामूली पानी के कारण प्यासे वन्यजीव लीकेज पाइप लाइन अथवा मवेशियों के लिए बनी पानी की खेळियों के पास ज्यादा नजर आते है । उपवन संरक्षक विजय बोराणा ने बताया कि जिले के सभी निर्धारित क्षेत्रों में वन्यजीव गणना के बाद एकत्रित आंकड़े कम्पाइल कर वनविभाग के मुख्यालय प्रेषित किए जाएंगे।
तालाबों पर दुपहरी में पानी पीने पहुंचे वन्यजीव ,कई जगहों पर तालाब में बचे मामूली पानी के कारण प्यासे वन्यजीव लीकेज पाइप लाइन अथवा मवेशियों के लिए बनी पानी की खेळियों के पास ज्यादा नजर आते है । उपवन संरक्षक विजय बोराणा ने बताया कि जिले के सभी निर्धारित क्षेत्रों में वन्यजीव गणना के बाद एकत्रित आंकड़े कम्पाइल कर वनविभाग के मुख्यालय प्रेषित किए जाएंगे।