आपातकालीन वार्ड होने के बाद भी यहां किसी भी प्रकार की व्यवस्थाएं नजर नहीं आईं। मौके पर घायलों को ले जाने में उपयोग लेने वाला एक भी स्ट्रेचर नहीं रखा हुआ था। मौके पर मौजूद घायलों के परिजन व अन्य लोग भी अस्पताल प्रबंधन को कोसते नजर आए।
हादसे में घायलों की मदद करने के लिए बीएसएफ के जवानों ने भी सहयोग किया। जवान घायलों को अस्पताल लाने के दौरान स्ट्रेचर नहीं मिलने पर हाथों में उठाकर उपचार के लिए चिकित्सक के पास लेकर आए।
अस्पताल में स्ट्रेचर व व्हील चेयर की कमी कहो या कर्मचारियों की लापरवाही, सुबह उपचार करवाने आए मरीजों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसा ही एक नजारा सुबह देखने को मिला जब एक मरीज को उपचार के लिए परिजन न्यू ओपीडी वार्ड तक लेकर आए। व्हील चेयर के लिए इंतजार करने के बाद भी व्हील चेयर नहीं मिली तो जैसे तैसे मरीज को चिकित्सक के पास ले जाने लगे लेकिन मरीज बेहोश होकर गिरने लगा। ऐसे में परिजन कंधों पर उठाकर मरीज को वार्ड तक लेकर आए।