फरवरी में हुई पहली मावठ
सर्दी के इस सीजन में पहली मावठ फरवरी में हुई। दिसम्बर और जनवरी में पश्चिमी विक्षोभ बहुत कम आए। फरवरी की शुरुआत में तीन तारीख को एक अति सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कई हिस्सों में मावठ हुई। कहीं-कहीं एक इंच से अधिक पानी बरसा। बरसात की वजह से आसमान में निलंबित धूल, कार्बन सहित अन्य धातु कण और हानिकारक गैसों के कण पानी के साथ बह गए। फरवरी में 4 विक्षोभ आए। मार्च की शुरुआत भी विक्षोभों के साथ हुई। इस महीने अब तक दो विक्षोभ आ चुके हैं। विक्षोभ के साथ 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बहने से आसमान की लगातार सफाई हो रही है।
सर्दी के इस सीजन में पहली मावठ फरवरी में हुई। दिसम्बर और जनवरी में पश्चिमी विक्षोभ बहुत कम आए। फरवरी की शुरुआत में तीन तारीख को एक अति सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कई हिस्सों में मावठ हुई। कहीं-कहीं एक इंच से अधिक पानी बरसा। बरसात की वजह से आसमान में निलंबित धूल, कार्बन सहित अन्य धातु कण और हानिकारक गैसों के कण पानी के साथ बह गए। फरवरी में 4 विक्षोभ आए। मार्च की शुरुआत भी विक्षोभों के साथ हुई। इस महीने अब तक दो विक्षोभ आ चुके हैं। विक्षोभ के साथ 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बहने से आसमान की लगातार सफाई हो रही है।
जोधपुर में मार्च का एक्यूआई
मार्च- एक्यूआई
1- 112
2- 112
3- 99
4- 96
5- 106
6- 110
7- 99
8- 95
9- 98
10- 125
(एक्यूआई 0 से 50 अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब, 401 से 500 अलार्मिंग स्थिति मानी जाती है। एक्यूआई का मापन माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटरर में होता है।)
मार्च- एक्यूआई
1- 112
2- 112
3- 99
4- 96
5- 106
6- 110
7- 99
8- 95
9- 98
10- 125
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