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कांकेर

मांइस के ट्रकों से उड़ रही धूल, ग्रामीणों की सेहत पर पड़ रहा असर

माइंस में परिवहन के लिए लगे ट्रकों से उड़ रही घूल से ग्रामीणों की सेहत खराब हो रहे है।

कांकेरJan 05, 2019 / 05:04 pm

Deepak Sahu

cg news

मांइस के ट्रकों से उड़ रही धूल, ग्रामीणों की सेहत पर पड़ रहा असर

कांकेर. चारगांव माइंस में परिवहन के लिए लगे ट्रकों से उड़ रही घूल से ग्रामीणों की सेहत खराब हो रहे है। ग्राम टेमरुपानी के ग्रामीणों को भोजन करना संकट भरा हो गया है। सुबह से देर शाम तक ट्रकों की लाइन लगी रहती है। धूल से खांसी और दमा की बीमारी ग्रामीणों को अपनी चपेट में ले रही है। परेशान ग्रामीणों ने कहा कि अगर मांइस प्रबंधक की ओर सडक़ पर पानी नियमित नहीं डाला गया तो आंदोलन के लिए हम लोग विवश होंगे।
बुधवार से सडक़ पर पानी नहीं डाले जाने से धूल का गुब्बार लोगों के घरों में पट रहा है। धूल के चलते ग्रामीणों को भोजन करना कठिन हो गया है। घर के अंदर रखे साफ कपड़े भी खराब हो रहे हैं। रात के समय ग्रामीणों की नींद गई है। खांसी की बीमारी के चपेट में पूरा गांव आ रहा है। ग्राम टेमरुपानी निवासी दुलारी बाई भट्टीपारा ने बताया कि धूल के चलते तो भोजन करना कठिन है। पानी में धूल जम रही है। सांस लेने में परेशानी हो रही है। शासन प्रशासन से फरियाद कर थक चुके हैं। बिनेश्वरी जैन ने कहा कि माइंस में चलने वाले ट्रकों की धूल से स्वास्थ्य खराब हो रहा है। दमा के मरीजों की संख्या गांव में बढ़ती ही जा रही है। हिरन जैन ने कहा कि अब तो गांव से पलायन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। अफसरों से आवेदन और निवेदन कर हम ग्रामीण थक चुके हैं। किसी प्रकार गरीबों के बारे में ध्यान नहीं दिया जा रहा है। दलसुराम राम उयके ने कहा कि धूल के कारण पूरे परिवार के लोग बीमार हैं। सुरेश कुमार मंडावी ने कहा कि अफसरों से फरियाद करने के बाद भी किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है। स्कूल जा रहीं छात्राओं को तमाम तरह की परेशानी उठानी पड़ रही है। क्षेत्र के विधायक भी परेशानी पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
अंतागढ़ विधायक, अनुप नाग ने बताया इस संबंध में हमने पहले ही माइंस प्रबंधक को बता दिया था कि सडक़ पर पानी नियमित डाला जाए। किसी प्रकार की ग्रामीणों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। अगर धूल से टेमरुपानी के लोग परेशान हो रहे हैं तो मैं माइंस प्रबंधक से बात करता हूं। धूल को रोकने के लिए तो माइंस प्रबंधक को बंदोबस्त करना पड़ेगा।
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