पहले तो प्रदेश में गुटखा, गुड़ाखू और पान मसाला के साथ सभी तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया तो उसकी कालाबाजारी शुरू हो गई। जिसके बाद अब जैसे ही प्रदेश में नमक खत्म होने की अफवाह फैली तो लोगों में हड़कंप गया और देखते ही देखते कुछ ही घंटों में नगर के अलावा जिला से नमक गायब हो गया। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने दुकानों और बाजारों में जाकर अधिक दाम में नमक बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई किया तो भानुप्रतापपुर के एक दुकान में अधिक दाम पर नमक बेचने वाले दुकानदार को 4000 का जुर्माना ठोका।
लॉकडाउन 3 में प्रदेश सरकार ने शनिवार और रविवार को पूरा लॉकडाउन की घोषणा की है तो इसे प्रदेश में नमक की कालाबाजारी होने की अफवाह से आम जनता में हड़कंप मच गया और नमक खरीदने के लिए लोग दुकानों की ओर दौड़ने लगे , जब इस बारे में उनसे बात किया गया तो बताया गया कि जिस प्रकार से 5 रुपए के गुड़ाखू को 50 से 60 रुपए में बेचा जा रहा है, उसी प्रकार से नमक का भी कालाबाजारी हो गई तो उसे भी कई गुना अधिक दाम में लेने के लिए लोग मजबूर हो जाएंगे।
प्रशासन को जब इसकी शिकायत मिली तो दुकानों में नमक को अंकित मूल्य से अधिक दामों में बेचा जा रहा था। सभी विकासखंड स्थानीय प्रशासन द्वारा दुकानों और बाजारों में छापामार कार्रवाई किया गया। भानुप्रतापपुर विकासखंड के तहसीलदार आनंद नेताम ने बुधवार को नगर पंचायत की दुकानों और संबलपुर के साप्ताहिक बाजार में छापा मार कर कारवाई किया। जहां पर नगर पंचायत के सुरेश किराना स्टोर संचालक द्वारा अधिक दाम में नमक बेचने की शिकायत मिली तो प्रशासन ने उक्त दुकान में छापा मारा तो अधिक दाम में बेचे जाने शिकायत सही पाई गई।