पुराना कचहरी चौक सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक सुरेश कुमार यादव ने बताया कि वह रविवार को सरोना से मेला देखने के लिए आए तो बैंक का एक चक्कर भी लगा लिए थे। बैंक का दरवाजा और खिडक़ी नहीं टूटा था। रात में वह घर सरोना चले गए। सोमवार को सुबह करीब ९ बजे बैंक के लिए निकल रहे थे तभी चपरासी संतोष कुमार ठाकुर ने फोन किया कि पीछे का दरवाजा टूटा है। बैंक की खिडक़ी भी तोडऩे की कोशिश की गई है। बंैक के अंदर एक पेचकस पड़ा है। चपरासी की सूचना पर मैं हड़बड़ा गया। उन्होंने बताया कि बैंक पहुंचने के बाद हमने देखा तो सहकारी बैंक नोडल अधिकारी के चैम्बर के पीछे की तरफ का दरवाजा टूटा था।
ताला दरवाजा में लटक रहा था। बैंक के खिडक़ी की ग्रील तोडऩे का प्रयास किया गया था। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को देने के बाद लिखित आवेदन भी दे दिया है। हालांकि बैंक में चोरी तो नहीं हो पाई है लेकिन चोरी का प्रयास किया गया है। बैंक में दो साल से चौकीदार नहीं है। बैंक मेें इस समय नियमित ७०-८० लाख रुपए किसानों को पैसा दिया जा रहा है। अगर चोर अंदर पहुंच जाते तो बड़ी घटना घट सकती थी। सीसीटीवी में एक भी फूटेज नहीं आया है। परिसर के बल्ब को चोर फोड़ दिए हैं। चोर उधर से प्रवेश किए हैं जिधर से सीसीटीवी बैंक का नहीं लगा है।
चोरों ने बैंक परिसर में शराब पी:- बैंक का दरवाजा तोडऩे से पहले चोरों ने शराब भी परिसर में पी है। इससे स्पष्ट हो रहा कि काफी देर तक बैंक परिसर में चोर थे। बैंक में प्रतिदिन ७० से ८० लाख रुपए के कैश की निकासी हो रही है। धान बेचने के बाद किसान अपने-अपने खाता से पैसा निकाल रहे हैं। इस असफल चोरी का प्रयास यह प्रमाणित कर रहा कि चोर पहले से सभी स्थानों से परिचित थे। बैंक में घुसते ही बल्ब को भी फोड़ दिए थे ताकि किसी की तस्वीर नहीं दिखे। कांकेर थाना प्रभारी एमबी पटेल ने बताया कि नगर के सहकारी बैंक में चोरी करने का प्रयास किया गया है। इस मामले में पुलिस टीम विवेचना कर रही है।