यह था मामला- हुआ यूं कि जनसभा के बगल में मायावाती के हेलीकाप्टर को उतारने के लिए एक हेलीपेड बनाया गया था। लेकिन सुरक्षा कर्मियों के घेरे तो तोड़ते हुए एक सांड़ वहां घुस आया। जब पुलिस वालों ने उसे भगाने का काम किया तो सांड ने उन्हें ही दौड़ा लिया। उसे पकडऩे के लिए फायर बिग्रेड और एम्बुलेंस का भी उपयोग किया गया। तब तक इसकी जानकारी अखिलेश को मिल गई थी। उन्होंने सीधे डीजीपी ओपी सिंह को बताया कि वहां पर वही सांड घुस आया है जो हरदोई में योगी की जनसभा में आ गया था। इसका ब्यौरा अखिलेश ने मंच से साझा करते हुए बताया कि डीजपी लखनऊ में नहीं थे। दिल्ली में थे। उन्हें इस घटना की जानकारी तक नहीं थी। बोले- ये हैं यूपी की पुलिस के मुखिया। खैर जिन पुलिस वालों ने जान जोखिम डाल कर इसे पकड़ा और घायल हुए, उन्हें 23 मई को रिजल्ट निकलने के बाद सम्मानित किया जाएगा।
अखिलेश ने ली चुटकी- अखिलेश ने चुटकी लेते हुए कहा कि जो यहां आया था वह हरदोई की शिकायत करने आया होगा। क्या हाल कर रखा है इस सरकार ने इन बेजुबानों का। वह भी परेशान हैं और हम भी। हमारे किसान भी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में किसानों की दिक्कत उनकी दिक्कत होती थी। इस सरकार को किसी की परेशानी से कोई वास्ता ही नहीं है। शहीदों के नाम पर खेल रहे हैं। किसानों के नाम पर मजाक उड़ा रहे हैं। अब जनता इसका हिसाब करने जा रही है।