कुछ इस तरह दी वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ के दौरान बताया कि म ुकेश के घर से डेढ़ किमी की दूरी पर बैंक है। उसने आने-जाने के दौरान देखा कि बैंक में कोई सुरक्षाकर्मी र्तैनात नहीं है। इसके बाद मुकेश ने कईबार अंदर जाकर रेकी की तो देखा कि सुरक्षा के कोई इंमजाम नहीं है। इसके बाद तीनों ने करीब एक माह के बाद लूट से पहले शराब पी और दिनदहाड़े बैंक में बम फोड़कर लूटपाट की। पुलिस की मानें तो आरोपियों ने मुकेश के घर में सुतली बम तैयार किया था। लूट के दौरान मुकेश ने बैंक में तोबड़तोड़ बमबाजी करके दहशत फैलाई थी। राजकुमार ने कैष काउंटर से नकदी बैग में भरी थी। जबकि बाहर तमंचे लिए खड़ा विल्सन खड़ा था। वारदात को अंजाम देने के बाद विल्सन बाइक गेट के पास लाया ओर तीनों फरार हो गए।
हमीरपुर का रहने वाला है मुकेश
लूट का मास्टरमाइंड मुकेश मूलरूप से हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे वार्ड संख्या चार का रहने वाला है। मुकेश ने पुलिस को बताया कि पहली पत्नी होने के बादवजूद उसने दूसरी शादी कर ली। जिसके चलते दो पत्नियों के साथ ही चार बच्चों को खर्चे के लिए पैसे की कमी बनी रहती थी। दोनों पत्नियां आएदिन अपशब्द कहती तो इसी से छुटकारा पाने के लिए नौबस्ता स्थित बाइन शॉप में शराब पीने के वक्त विक्सन उर्फ डॉक्टर से मुलाकात हुई। हम दोनों दोस्त बन गए और फिर छोटी-मोटी चोरी की वारदातें करने लगे। इसी दौरान सरेंडर चोरी के आरोप में पुलिस ने मुझे जेल भेजा और वहां मेरी मुलाकात राजकुमार से हो गई। जमानत के बाद हम तीनों ने गयाराम की दुनिया मे कदम बड़ा दिए। पुलिस की मानें तो तीनों आरोपियों ने बर्रा स्थित एसबीआई शाखा के अलावा उरई स्थित बैंक में लूटपाट की थी।