जी हां, खबर कुछ ऐसी ही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के सबसे बड़े ब्लड बैंक में अचानक खून का संकट आन पड़ा है. इतना ही नहीं, यहां पहली बार यह संकट पॉजिटिव ग्रुप के ब्लड के साथ ज्यादा है. हालत तो ये भी है कि निगेटिव पॉजिटिव ग्रुपों को मिलाकर यहां कुल 30 यूनिट ब्लड की बचा है. ऐसे में अगर किसी को इस ग्रुप के खून की तुरंत जरूरत पड़ जाए तो सोचिए कि क्या हो.
मरीजों को दिए जाने वाले पॉजिटिव ग्रुप के पैक सेल मात्र 18 यूनिट बचे हैं, जबकि रोज की ब्लड की मांग ही 50 यूनिट से ज्यादा है. इस स्थिति में सबसे ज्यादा समस्या थैलीसीमिया, ब्लड कैंसर व गंभीर बीमारियों के मरीजों के लिए है जिन्हें समय-समय पर ब्लड की जरूरत पड़ती रहती है.
ब्लड बैंक की ओर से जारी एडवाइजरी में उन्हें भी डोनर लाने की हिदायत दी जा रही है. यह संकट कितने दिन रहेगा यह भी अभी साफ नहीं है. ब्लड बैंक प्रशासन की ओर से किल्लत को दूर करने के लिए कई ब्लड डोनेशन कैंप लगाने की बात जरूर की जा रही है. ऐसे कैंप की मदद से ब्लड बैंक में खून इकट्ठा किया जा सकता है.
इस बारे में मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. लुबना खान कहते हैं कि ब्लड की कमी है. इसके लिए 15 अगस्त को ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किया जा रहा है. अभी ब्लड लेने के लिए डोनर लाना जरूरी है.