अक्सर देखा जाता है कि रेलवे क्रॉसिंगों पर रेलवे फाटक बंद होने पर भी लोग नहीं मानते। बाइक सवार, रिक्शा साइकिल चालक फाटक के नीचे से वाहन झुकाकर निकाल लेते हैं। भले ही ट्रेन आती दिख रही हो पर ये नहीं मानते। उन्हें ट्रेन की स्पीड का अंदाजा ही नहीं होता और ट्रेन आने से पहले क्रॉसिंग पार करने के भरोसे में हादसे का शिकार बन जाते हैं।
१६ से २५ अक्टूबर तक चलाए जा रहे रेलवे के संरक्षा अभियान के तहत गेट से सडक़ की ऊंचाई को कम कराया जाएगा, ताकि बाइक या साइकिल सवार तो दूर पैदल व्यक्ति भी झुककर आसानी से न निकल पाए। इससे गेट बंद होने के बाद जब तक ट्रेन क्रॉसिंग पार न कर जाए और गेट खोला न जाए, तब तक कोई भी इधर से उधर पार न हो सके।
उत्तर मध्य रेलवे ने हावड़ा रूट पर बाउंड्रीवाल का निर्माण कराने का फैसला किया है। कानपुर क्षेत्र की हर क्रॉसिंग पर ट्रैक के दोनों ओर बाउंड्रीवाल बनेगी। पहले चरण में शहरी क्षेत्र में २० किलोमीटर तक बाउंड्रीवाल खड़ी कराई जाएगी। जबकि दूसरे चरण में मुगलसराय से गाजियाबाद वाया कानपुर तक २०० करोड़ से २२४ किलोमीटर बाउंड्रीवाल बनेगी।
शहर की शंातिनगर, जीएमसी, पनकी, रूमा, सरसौल, महाराजपुर, गोविंदपुरी, इलाहाबाद क्रॉसिंग, लखनऊ फाटक के आसपास कुल २० किलोमीटर की बाउंड्रीवाल बनाई जाएगी। इलाहाबाद मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि बाउंडीवाल खड़ी करने का काम जल्द शुरू कराया जाएगा।