गौरतलब है कि बीकानेर के एक दिवसीय दौरे के दौरान मंगलवार को तीन युवकों ने अरविन्द केजरीवाल पर स्याही फेंककर उनका विरोध जताया था। इस घटना के फ़ौरन बाद हालांकि इन युवकों को वहां तैनात पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
नारेबाजी करते पहुंचे थे युवक स्याही फेंकने वाले युवकों ने भारत माता की जय और भारतीय सेना जिंदाबाद, केजरीवाल वापस जाओ के नारे लगाए थे। स्याही केजरीवाल के चेहरे और कपड़ों पर गिरने के साथ ही उसकी सिक्योरिटी में लगे पुलिसकर्मियों पर भी गिरी।
ये थे स्याही फेंकने वाले पुलिस के अनुसर बीकानेर के एक निजी कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष दिनेश ओझा, यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष विक्रम सिंह तंवर और छात्र नेता लोकेन्द्रसिंह नरुका लाडनूं के नेतृत्व में युवा केजरीवाल का विरोध करने रेलवे स्टेशन के नजदीक हीरालाल सेवदा के आवास के बाहर जुट गए।
केजरीवाल जैसे ही दिल्ली जाने के लिए रेलगाड़ी पकडऩे सेवदा आवास से बाहर निकले वहां मौजूद तीन युवकों ने केजरीवाल पर स्याही फेंक दी। नारेबाजी के साथ हंगामा मच गया। पुलिस ने दो युवकों को दबोच लिया लेकिन एक भाग निकला। युवकों को कोटगेट थाने ले जाया गया।
इसलिए फेंकी स्याही हिरासत में लिए छात्र नेता दिनेश ओझा ने कहा की पाकिस्तान के सभी चैनल और सभी अखबारों ने केजरीवाल को सैल्यूट किया है। उन्होंने कहा कि वीडियो में सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर केजरीवाल ने देश की सेना का अपमान किया है। इसी से आहत होकर उन्होंने केजरीवाल का बीकानेर आने पर विरोध किया है। स्याही फेंकने की घटना के बाद पुलिस निगरानी में स्टेशल पहुंचाया गया।
यहां से केजरीवाल रात साढ़े दस रेल से दिल्ली को रवाना हो गए। दिनेश ओझा सहित दो युवकों को हिरासत में लिया है। इससे पहले जोधपुर से बीकानेर आते समय नोखा में केजरीवाल को विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे भी दिखाए थे। पुलिस ने बजरंग पालीवाल नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया था।