सजेंडी थानाक्षेत्र और रूरा में जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की हुई थी मौत, शिकायत पर सीएम ने अधिकारियों की जिम्मेदारी की तय
कानपुर•Jul 07, 2018 / 08:10 pm•
Vinod Nigam
घर के चिराग को बुझा गई माधुरी, इनकाउंटर का हुक्म दें मुख्यमंत्री जी
कानपुर। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को कानपुर जोन के जिले औरैया दौरे पर आए हुए थे। यहां सीएम जिले के अलावा पूरे जोन के अलाधिकारियों के साथ बैठक की और विकास कार्यो के बारे में जानकारी ली। इसी दौरान जब सीएम लखनऊ के लिए रवाना होने वाले थे, तभी सजेंडी थानाक्षत्र के दूलगांव के सरकारी शराब की दुकान से शराब पीकर जान गंवाने वाले मृतक हेतपुर निवासी उमेश यादव की मां सहित अन्य महिलाएं आ गई। उन्होंने सीएम से कहा कि माधुरी के चलते उनके घरों के चिराग बुझ गए हैं। इस जानलेवा जहर की बिक्री पर लोक लगाए जाने का आदेश दें, जिससे कि कोई मां अपने इकलौते बेटे को खो न सके। जिस पर सीएम ने अलाधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जहरीली शराब पीने से कोई भी इंसान की मौत होती है तो उसका जिम्मेदार एसडीएम व जिला आबकारी अधिकारी होगा। उन्हें सस्पेंड करने के साथ ही एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। सीएम के आदेश सुन कर अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
कमिश्नर के साथ ही डीएम रखें नजर
18 लोगों की हुई थी मौत
मई में कानपुर नगर व देहात में जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके चलते सीएम योगी आदित्यनाथ खुद एक्शन में आए और एक दर्जन से ज्यादा आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेजा। इतना ही नहीं सपा के पूर्व मंत्री रामस्वरूप व उनके पौत्रों के खिलाफ आबकारी की धारा 70 के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी थी। उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, प्रमुख सचिव आबकारी कल्पना अवस्थी व कई अधिकारियों ने लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलट) पहुंचकर पीड़ितों का हाल लिया था और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा मृतकों के परिजनों को दिया था। पर एक मां पिछले दो माह से बेटे की मौत के बाद बेसुध है और जब उसे सीएम योगी आदित्यनाथ के औरैया आने की जानकारी मिली तो वो पैदल ही उनसे मिलने की लिए पहुंच गई।
मंत्री के पौत्र को मिलनी चाहिए फांसी
मृतक हेतपुर गांव निवासी उमेश यादव (35) की मां लक्ष्मी देवी ने बताया कि पति की पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। घर में बेटा व बहू व एक नातिन थी। बेटा खेत में काम कर घर लौट रहा था, तभी उसने डुलगांव से शराब खरीदी। घर आकर उसने शराब पी और एकाएक उसकी तबियत बिगड़ गई। बेटे के अांख की रोशनी चली गई और पेट दर्द से कराहते हुए उसने मेरी गोद में दम तोड़ दिया। बेटे की मौत के बाद हम अनाथ हो गए। मृतक की मां ने कहा कि आरोपी सपा के पूर्व मंत्री के पौत्रो को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। जिससे कि कोई भी शराब का कारोबारी पैसे की लालच में जहर न बेंच सके। बुजुर्ग महिला की फरियाद पर सीएम योगी ने उसे आश्वासन दिया कि अब यूपी में जहरीली शराब किसी भी कीमत पर नहीं बिक पाएगी। रही बात बंदी की तो इस पर विचार किया जाएगा।
कमिश्नर-डीएम रखें नजर
सीएम योगी आदित्यनाथ नें अवैध शराब पर अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कहीं भी अवैध शराब की बिक्री होती मिली तो सिपाही से लेकर एसडीएम तक जिम्मेदार माने जाएंगे और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सीएम ने कहा कि अधिकारी सुधर जाएं और जिम्मेदारी से काम करें। पूरे प्रदेश में शराब माफियाओं के खिलाफ आबकारी विभाग और पुलिस अभियान चलाया हुआ है और कई लोग जेल भेजे गए हैं। सीएम ने जोन के कमिश्नर व डीएम से कहा कि आप लोग भी नजर रखें और समय-समय पर सरकारी शराब की दुकानों में जाकर जांच पड़ताल करें। सीएम ने कहा कि कानपुर में जहरीली शराब बेचने वाले जेल भेज दिए गए हैं और कानून के तहत सभी को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। योगी सरकार में कोई कितने रूतबे वाला क्यों ही न हो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
इस तरह से जहरीली शराब की बिक्री पर
सीएम ने बताया कि सरकार ने अवैध शराब बनाने, उसकी बिक्री रोकने के अलावा लाइसेंसधारी दुकानों पर अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से अधिक दामों पर बिक रही शराब पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में तहसील स्तर पर 339 नवीन अपराध निरोधक क्षेत्रों/सेक्टरों का गठन किया है। इस व्यवस्था के तहत प्रत्येक अपराध निरोधक क्षेत्र/सेन्टर में एक इन्सपेक्टर नियुक्त किया जायेगा, जो अपने सीमा क्षेत्र में होने वाली अनियमितताओं को देखेगा। इन नवगठित अपराध निरोधक क्षेत्रों/सेक्टरों का मुख्य उद्देश्य शराब की अवैध बिक्री को रोकना, एमआरपी रेट से अधिक मूल्य पर शराब की बिक्री को रोकने के अलावा अवैध रूप से कच्ची शराब तैयार करने पर भी पूर्ण प्रतिबंध को सख्ती से लागू करना है। प्रदेश में पहली बार इस प्रकार के सेक्टरों का गठन किया गया है, ताकि अवैध शराब बनाने, उसे बेचने पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।