इसमें छात्रों को मेडिकल की पढ़ाई कराने के साथ मरीजों का इलाज भी होगा। शुरुवात में संस्थान कार्डियोलॉजी और कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी, मेडिकल और सर्जिकल गेस्ट्रोएंटरोलॉजी, न्यूरोलॉजी और न्यूरोसर्जरी और ऑन्कोलॉजी जैसे स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की शुरुआत करेगा। तकनीकी सहयोग से मेडिकल क्षेत्र में नए शोध किए जाएंगे। संस्थान के उप निदेशक डॉ. एस गणेश ने बताया कि मेडिकल डिवीजन की शुरुआत आईआईटी में संचालित बॉयोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग को अतिरिक्त प्रोत्साहन देगी। उन्होंने अगले साल से मेडिकल कॉलेज शुरू होने की उम्मीद जताई है।