उन्होने कहा “ये लोग हमें पेशाब तक नहीं करने देते। आदमी नहीं जानवर हैं हम। ये बात याद रखना”। इसके बाद पुलिस उनको कोर्ट में लेकर चली गई। पुलिस रात में 2:30 बजे इरफान सोलंकी को गाड़ी में बैठाकर कानपुर कोर्ट के लिए निकली। इरफान सुबह 10 बजे कोर्ट पहुंचे। इस दौरान वह काफी थके हुए दिखाई दिए।
हड़ताल होने की वजह से कोर्ट में नहीं हो सकी गवाहीबता दें कि सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई पर जाजमऊ इलाके में हुए प्लॉट में आगजनी के मामले समेत कई अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है। वह उत्तर प्रदेश की महाराजगंज जेल में बंद हैं। इसी मामले में उन्हें आज कानपुर कोर्ट लाया गया। जहां पर चश्मदीद की गवाही होनी थी लेकिन कानपुर कोर्ट में हड़ताल होने की वजह से गवाही नहीं हो सकी।
रमजान में इरफान सोलंकी रखते हैं रोजा इरफान सोलंकी के वकील ने कोर्ट में एक एप्लिकेशन दी। उन्होंने कोर्ट से गुजारिश करते हुए कहा कि बार-बार महाराजगंज जेल से आने में इरफान को परेशानी हो रही है। अगले महीना रमजान शुरू हो रहा है। इरफान धार्मिक मान्यताओं के साथ रोजा रखते हैं। ऐसे में उन्हें फिजिकल प्रेजेंस से छूट दी जाए और सभी मुकदमों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो। वकील की मानें तो कोर्ट ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी इस एप्लिकेशन पर विचार करते हुए इजाजत दी जा सकती है।
“मेरा वकील है अल्लाह” कोर्ट से बाहर निकलते ही इरफान सोलंकी ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि उन्हें अल्लाह पर पूरा भरोसा है उन्हें न्याय मिलेगा। इसके आगे उन्होंने कहा हर कोई जानता है कि वह निर्दोष हैं, लेकिन उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है। सरकार जिस प्रकार से मुझे परेशान कर रही है। उससे सरकार की मानसिकता दिख रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके परिवार के सदस्य हैं और वे उनके साथ खड़े हैं।