गिरफ्तारी वारंट के बाद भी नहीं हुआ हाजिर कुर्की की कार्रवाई खत्म होने के बाद पुलिस तीन लोडर भरकर सामान चकेरी थाने ले गई। मालूम हो कि गिरफ्तारी वारंट के बाद भी महताब आलम के हाथ न लगने व सरेंडर न करने के बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। मालूम हो कि कानपुर के गज्जूपुरवा में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महताब आलम की छह मंजिला निर्माणाधीन इमारत एक फरवरी को ढह गई थी। हादसे में 10 मजदूर मर गए थे। एफआईआर के बाद महताब आलम आज तक कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। इस दौरान पुलिस उसको गिरफ्तार भी नहीं कर सकी। गैर जमानती वारंट के बाद भी पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच सकी।
कुर्की का नोटिस चस्पा किया गया था इसके बाद महताब आलम के घर पर पुलिस ने कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया था। इसके बाद भी महताब कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। लगभग आठ महीने बीतने के बाद पुलिस ने कोर्ट से आदेश लेकर कुर्की की कार्रवाई को शुक्रवार को अंजाम दिया। शुक्रवार दोपहर पुलिस बल अचानक जाजमऊ स्थित सपा नेता महताब आलम के घर पहुंची। कड़े सुरक्षा घेरे के बीच पुलिस ने घर का सारा सामान निकालकर सड़क के बाहर रख दिया। सोफा, मेज, पलंग, तख्त के साथ कपड़े उठाए गए तो टूथपेस्ट और झाड़ू तक एक चादर में लपेट ली गई। पुलिस की कार्रवाई के दौरान महताब के घर के बाहर काफी भीड़ लग गई थी। कार्रवाई को देखने के लिए काफी लोग जुट गए थे, जो शाम तक मौके पर ही रहे।
कार्रवाई देखने लगी रही भीड़ पुलिस की सुबह से देर शाम तक चली बड़ी कार्रवाई के दौरान जिले के कई प्रशासनिक अफसर व पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, कार्रवाई के दौरान लोगों की भीड़ रही। पुलिस ने जब्त माल को थाने में ले जाकर रखा।