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कानपुर

अभिभावकों पर स्कूल संचालक फीस का बना रहे दबाव, सीएम को खून से पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग

विनय वर्मा ने बताया कि स्कूल संचालक तीन माह की फीस का बना रहे दबाव, ऐसे में इन पर सरकार करे कार्रवाई।

कानपुरMay 03, 2020 / 12:06 pm

Vinod Nigam

अभिभावकों पर स्कूल संचालक फीस का बना रहे दबाव, सीएम को खून से पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग

अभिभावकों पर स्कूल संचालक फीस का बना रहे दबाव, सीएम को खून से पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग

कानपुर। कोरोना वायरस के चलते देश में लाॅकडाउन चल रहा है। जिसके कारण सैकड़ों लोगों की नाॅकरी छिन गई हैं। संकट की घड़ी में स्कूल संचालक अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। इसी से आहत होकर एक युवक ने प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखकर स्कूलों पर कार्रवाई के साथ ही तीन माह की फीस माफ किए जाने की मांग की है।

माफ कराएं फीस
कोरोना महामारी के चलते अभिभावकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। ऊपर से स्कूल संचालक अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। जिसको लेकर लोगों में काफी अक्रोश है। शहर के निवासी विनय वर्मा ने इस मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को ख्ूान से पत्र लिखा है। जिसमें विनय ने तीन माह की फीस माफ किए जाने के साथ स्कूलों संचालकों पर कार्रवाई की मांग की है।

खुद टीचरों को दें वेतन
विनय ने बताया कि सरकार व जिलाप्रशासन के फीस नहीं लेने के आदेश के बावजूद अब भी शहर के ऐसे कई स्कूल हैं, जिनके प्रबंधक बच्चों के अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। जिसके कारण गरीब तबके के लोग खौफजदा हैं। विनय ने कहा कि जिस तरह से फैक्ट्रियां बंद होने के बाद उनके मालिकान मजूदर व कर्मचारियों को वेतन दे रहे हैं। उसी प्रकार स्कूल संचालक भी खुद टीचरों को वेतन दें।

आंखों पर पड़ रहा असर
विनय ने बताया कि मोबाइल के जरिए टीचर बच्चों को पढ़ा रहे हैं, जिससे उनकी आंखों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इससे बच्चों की दूर की नजर कमजोर हो रही है। लगातार नजदीक से देखने के कारण आंखों पर जोर पड़ता है और आंखों में रूखापन आ रहा है। इससे बच्चों की आंखें टेढ़ी होती जा रही हैं। विनय ने बताया कि खुद उनके भतीजा भी आंख की बीमारी की चपेट में आ गया है। ऐसे में हमारी मांग है कि मोबाइल के जरिए पढ़ाई पर रोक हो।

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