प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थी ने जिलों में ऐसी पुलिस रैपिड एक्शन टीम बनाने का निर्देश दिया है। जो निरन्तर जनपदीय हेल्पलाइन एवं राज्य की हेल्पलाइन के संपर्क में रहेगी। डीजीपी ने कहा है कि जिला स्तर पर एक राजपत्रित अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाए, जो निरन्तर जनपदीय हेल्पलाइन एवं राज्य की हेल्पलाइन के संपर्क में रहेगा। यदि जिले में संक्रमण का कोई प्रकरण डीएम या सीएमओ द्वारा प्रकाश में लाया जाता है तो नोडल अधिकारी पुलिस से अपेक्षित सहयोग उपलब्ध कराएंगे।
यह भी संभावना है कि रैपिड एक्शन टीम कोरोना वायरस पीडि़तों के संपर्क में आ सकती है, ऐसे में उनके संक्रमित होने की भी संभावना रहेगी। इसे देखते हुए टीम के हर सदस्य को मॉक ड्रिल आदि के संबंध में विशेष प्रशिक्षण दिया जाए। साथ ही साथ इस टीम को हैज-मैट सूट, ओवरआल सूट, संक्रमण रोधक ड्रेस मेडिकल ग्लब्स और मास्क आदि आवश्यक संसाधन प्रदान किए जाएं।
डीजीपी ने कहा है कि एलआईयू एवं थाना स्तर के अभिसूचना तंत्र को सक्रिय करते हुए अफवाहों पर नजर रखी जाए, जिससे अनावश्यक घबराहट पैदा न हो। सोशल मीडिया पर सतर्क दृष्टि रखते हुए किसी गलत या भ्रामक सूचना के प्रसारित होने पर उसका प्रभावी खंडन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि आइसोलेशन में रखे व्यक्तियों एवं उनकी चिकित्सा में लगे चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा के लिए प्रभावी पुलिस ड्यूटी लगाई जाए।