प्रमुख सचिव की परीक्षा में फेल हुए अफसर
प्रमुख सचिव आवाज शासन की योजनाओं की समीक्षा बैठक के लिए कलेक्ट्रेट सभागार पहुंचे। यहां पर प्रमुख सचिव ने शौचालय, किसान ऋण, गड्ढा मुक्त सड़कों के बारे में अफसरों से जमीनी हकीकत के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन किसी ने सही जवाब नहीं दिया। जिस पर उन्होंने अफसरों को सुधर जाने के निर्देश दिए। उन्होंने राशन कार्डो में लापरवाही को लेकर एडीएम आपूर्ति को फटकार लगाई तो ई टेंडरिंग के मुद्दे पर असंतोष जताया। प्रमुख सचिव ने कहा कि जिले की कई सड़कें आज भी गड्ढा मुक्त नहीं हो पाईं, जिन्हें जल्द से जल्द दुरूस्त करने के निर्देश अफसरों को दिए गए हैं।
सीएम की है नजर, बचना है तो करें काम
प्रमुख सचिव ने अफसरों से कहा कि कानपुर जिले पर सीधे नजर सीएम योगी आदित्यनाथ की है और वो किसी भी वक्त यहां का दौरा कर सकते हैं। अगर कार्रवाई से बचना है तो सड़कों को गड्ढा मुक्त करें, राशनकार्डों का वितरण करवाएं। गांव-गांव जाएं और जहां शौचायल न हो वहां निर्माण कराएं। 2018 तक जिले को खुले से शौचमुक्त करने का लक्ष्य अपको दिया गया है। शौचालयों का पैसा सीधे लभार्थी के खाते पर पहुंचवाएं। जनसुनवाई को गंभीरता से लें और उन्हें निपटाएं। जिन गांवों में बिजली नहीं पहुंची वहां पोल लगवाएं और उस गांव में बिजली पहुंचाएं। नहरों में समय से पानी पहुंचे, इसके लिए अलाधिकारी नहरों का निरीक्षण करें।
वो गाते रहे, अफसर अपनी धुन में रहे
जिस दौरान प्रमुख सचिव अफसरों के साथ बैठक कर शासन की योजनाओं को किस तरह से क्रियवंनित करना है उसकी रूपरेखा महतमों के साथ साझा कर रहे थे, उस वक्त कई अफसरान मोबाइल में फेसबुक चला रहे थे। प्रमुख सचिव के जाने के बाद अफसरों के चेहरों में खुशी झलक रही थी। इस दौरान विकासभवन के अफसर से प्रमुख सचिव के दिए गए आदेशों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बड़े साहब ने जो आदेश दिए हैं वो हमें प्राप्त हो जाएंगे।