आईआईटी कानपुर की ओर से यूपी पुलिस को सीसीटीएनएस, डीएनए फोरेंसिक्स, ड्रोन संचालन, 1090, यूपी-100 व सोशल मीडिया में ज्यादा हाईटेक बनाया जाएगा। ताकि वे अपराधियों पर लगाम लगाने और आम आदमी तक न्याय पहुंचाने के लिए काम कर सकें। इसी कड़ी में आईआईटी और यूपी पुलिस के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। जिसके आधार पर आईआईटी में यह भी शोध किया जाएगा कि विभिन्न अपराधिक मामलों में पडऩे वाली जरूरतों को किस तरह पूरा किया जा सके। आईआईटी की कोशिश रहेगी कि अपराधिक मामलों की जांच के दौरान पुलिस ने अलग से तकनीकी विशेषज्ञों की जरूरत न पड़े। इससे समय की भी बचत होगी और अपराधियों पर शिकंजा जल्दी कसा जा सकेगा।
डीजीपी मुख्यालय में अनुबंध पत्र पर आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो. अभय करंदीकर व डीजीपी ओपी सिंह ने हस्ताक्षर किए। इसके बाद डीजीपी ने कहा, पिछले कुछ समय में यूपी पुलिस ने तकनीक की दिशा में काफी काम किया है। इसका असर भी देखने को मिला है पर कई क्षेत्रों में और दक्षता की जरूरत थी। इसीलिए आईआईटी के साथ यह अनुबंध किया गया है। वहीं, आईआईटी के डायरेक्टर प्रो. करंदीकर ने कहा कि वीडियो सर्विलांस, डाटा एनालिसिस, ड्रोन टेक्नोलॉजी में पुलिसकर्मियों को एक्सपर्ट किया जाएगा, ताकि वे जरूरत पडऩे पर मौके पर ही स्थिति को संभाल सकें।