मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में गंगा महोत्सव शुरू करने का ऐलान किया है। कानपुर के बिठूर से इसकी शुरुआत की जाएगी। अफसर राष्ट्रीय पर्व की तरह गंगा महोत्सव की शुरुआत कराएं। ईश्वरीगंज में स्वच्छता ही सेवा अभियान कार्यक्रम में राष्ट्रपति की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में गंगा पर सबसे ज्यादा संकट कानपुर में है। इस पर प्रदेश सरकार गंभीर है। गंगा को अविरल बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए लोगों को जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि मंच पर ही क्षेत्रीय विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने उनसे कहा कि बिठूर में होने वाला गंगा महोत्सव अब नहीं होता है। इसे शुरू करा दें। इसलिए अब अफसर गंगा महोत्सव को राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाने की तैयारी करें।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सोच रहा था कि कोविंद जब राष्ट्रपति बनकर यहां आएंगे तो उनका स्वागत कैसे होगा। आज मुझे यहां के लोगों के चेहरे पर ऐसी खुशी दिखाई दे रही है जैसे लंका पर विजय पाकर श्रीराम वापस लौटे हों। ये बात ईश्वरीगंज में स्वच्छता समारोह के दौरान उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कही। राज्यपाल ने कहा कि महामहिम कानपुर के हैं और यहां बैठे हजारों लोग उन्हें सुनने के लिए आतुर हैं। राष्ट्रपति जी की यही खूबी है। राज्यपाल ने लोगों को आहवान किया कि घर बनवाते समय अगर स्थान की कमी हो तो भले ही देवालय न बनवायें लेकिन शौचालय जरूर बनावाये। आपकी जिम्मेदारी है कि जिन लोगों को खुले में शौच करने से रोकें, साथ ही सरकारी अफसरों की जिम्मेदारी है कि वे इस काम को तेजी से बढ़ाएं।