बाद में कथावाचक ने सुदामा चरित का प्रसंग सुनाया। श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का वर्णन सुन श्रोताओं की आंखों से अश्रु छलक गए। उन्होंने कहा कि मित्रता में गरीबी और अमीरी नहीं देखनी चाहिए। हर व्यक्ति को भगवान श्री कृष्ण की तरह मित्रता निभाने का भाव रखना चाहिए। कथा में राजा परीक्षित की मोक्ष का वर्णन भी किया गया। कथा के बीच महिलाओं ने भजनों पर नृत्य किया गया। आयोजन समिति सदस्य कुंवरसिह व अनूप सिंह ने बताया कि कथा की पूर्णाहूति पर सोमवार को भण्डारे का आयोजन होगा।
शोभायात्रा के साथ खाटूश्याम बाबा के किए दर्शन
हिण्डौन सिटी। श्री श्याम सखा परिवार की ओर से बस यात्रा में करीब 600 से ज्यादा श्रद्धालु खाटूश्याम धाम पहुंचे।इसके उपरांत अलवर वालो की धर्मशाला से भव्य शोभायात्रा निकाली गई।खाटू बाबा के जयकारों के साथ शोभायात्रा में शामिल सैंकड़ो श्याम प्रेमी खाटू दरबार पहुंचे।बेंड बाजो पर भजनों में श्याम प्रेमियों ने जमकर नृत्य किए। हारे का सहारा श्याम बाबा हमारा, लखदातार जैसे जयककरो से क्षेत्र गुंजायमान हो गया।भीषण गर्मी में छोटे बच्चे,बुजुर्ग,युवा उत्साह के साथ खाटूश्याम के दर्शनों के लिए शोभायात्रा में शामिल हुए।
श्री श्याम सखा परिवार के प्रदीप गर्ग व दीनदयाल सिंघल ने बताया कि करीब 4 वर्षो से खाटूश्याम के दर्शन के लिए बस सेवा शुरू की गई।निरन्तर सेवा प्रतिमाह जारी है जिसमें निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या इस यात्रा में सर्वाधिक रही है।श्रद्धालुओ ने खाटू नगरी पहुंचने के बाद निर्धारित स्थल से शोभायात्रा निकाली गई।
वही खाटू श्याम के मंदिर में पंक्तिबद्ध होकर प्रेमपूर्वक दर्शन किए व मंगल जीवन की कामना की।इस अवसर पर एडवोकेट धर्मेंद्र गुप्ता, हरिमोहन,महेंद्र कुमार,शैलेश सिंघल,जितेंद शर्मा, सुशील भारद्वाज,पार्षद हरभान सिंह,श्रीश्याम चेरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक महेश गुप्ता, उमेश मित्तल,अतुल विजय आदि उपस्थित रहे।