सांस्कृतिक दंगल में जीवंत हुई ग्रामीण संस्कृति, गायकों ने बांधा समां
नादौती. समीपवर्ती जगदीश धाम कैमरी में चल रहे सांस्कृतिक दंगल में सोमवार को गायक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक धार्मिक रचनाओं की प्रस्तुति दी। जहानाबांद की महेश एण्ड पार्टी ने अब चलो अब चलो संग में पिया मानो हमारी, वहां यज्ञ पिता ने कियो है बड़ो भारी... कीर्तन की प्रस्तुति दी।

नादौती. समीपवर्ती जगदीश धाम कैमरी में चल रहे सांस्कृतिक दंगल में सोमवार को गायक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक धार्मिक रचनाओं की प्रस्तुति दी। जहानाबांद की महेश एण्ड पार्टी ने अब चलो अब चलो संग में पिया मानो हमारी, वहां यज्ञ पिता ने कियो है बड़ो भारी... कीर्तन की प्रस्तुति दी। गिर्राज सैनी एण्ड पार्टी ने राज हरिश चन्द्र पर आधारित हरिशचंद भूपाल भये ऐसे दानी, कांशी शहर में जाय बिके तीनों प्राणी....। निरंजन एण्ड पार्टी बसवा ने गोपीचंद पर आधारित उठ रही हूक हौवे छाती के दो टूक, फाटयो जाय कलेजो म्हारो...। राजाविक्रम व शनिदेव की सब देवन ने कर लई सल्ला, कर रहे शोर मचावे हल्ला..। रंगनाथ की लडी पर महलन मेें नारी अब महलन में की प्रस्तुति दी। श्रोताओं ने गायकों का सम्मान किया। कार्यक्रम में जगदीश मंदिर ट्रस्ट के लखन सिंह खटाना मेडेकापुरा, ट्रस्ट के हरि सिंह डीलर बडागांव, प्रवक्ता सियाराम वकील, नरेश मास्टर, मोहनलाल सैनी हलवाई, घनश्याम ठेकेदार, दरब सिंह खटाना, सैनी समाज के बद्रीप्रसाद सैनी, ट्रस्ट के रूप सिंह सैनी, समाजसेवी रूप सिंह खटाना, युवा कांग्रेस के राजेश खटाना, बाबूलाल गुर्जर,पूरन सिंह सूबेदार, जगदीश मंदिर ट्रस्टके पूर्व अध्यक्ष कांतिप्रसाद ठेकेदार, विजयराम खटाना, दामोदर डीलर सहित काफी लोग मौजूद रहे।
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