इस प्रकार किया सुधार
रैकिंग में फिसड्डी पर शिक्षाा विभाग के अधिकारियों की माह के पहले सप्ताह में बैठक हुई। विभाग की योजनाओं को पोर्टल पर ऑनलाइन करने, शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए निरीक्षण, बिजली, पानी, शौचालयों जैसी आवश्यक सुविधा स्कूलों में उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा राज्य सरकार ने माध्यमिक शिक्षा के लगभग ९० फीसदी पदों पर शिक्षकों का पदस्थापन कर दिया है। इस कारण सभी क्षेत्रों में सुधार होने पर रैकिंग सुधरी है।
अभी प्राथमिक शिक्षा के ७१५ स्कूलों में बिजली नहीं
जिले की रैकिंग में सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी प्रारम्भिक शिक्षा के ७१५ स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं है। इस कारण छात्र-छात्राओं को गर्मी के बीच अध्ययन करना पड़ता है। साथ ही स्कूल के अध्यापकों को ऑनलाइन कार्य के लिए कस्बों में जाना पड़ता है। क्योंकि बिजली के अभाव में इंटरनेट भी स्कूल में नहीं चलता है। शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि बिजली कनेक्शन के लिए बजट नहीं मिल रहा है।
रैकिंग में हुआ सुधार
अगस्त माह की रैकिंग में करौली १३वां स्थान मिला है, २० अंकों की उछाल सभी अधिकारी, कर्मचारी तथा अभिभावकों के सहयोग से मिली है। इसमें और सुधार कर प्रथम पांच की रैकिंग में शामिल होने का लक्ष्य है।
भरतलाल मीना डीईओ माध्यमिक व एडीपीसी समसा