दरअसल रेलवे की ओर से हिण्डौन से 108 किलोमीटर दूर मथुरा रेलवे स्टेशन यार्ड में री-मॉडलिंग व नॉन इंटरलॉकिंग कार्य कराया जा रहा है। कार्य की सुगमता को लेकर मथुरा रेलवे स्टेशन, दिल्ली व आगे जाने वाली काफी ट्रेनों को रद्द किया गया है। इनमें हिण्डौन रेलवे स्टेशन पर ठहराव करने वाली प्रमुख 7 ट्रेन (7 अप व 7 डाउन) शामिल हैं। जिनमें क्षेत्र के सर्वाधिक यात्री सफर करते हैं। साथ ही यात्री भाड़ा आय का बड़ा माध्यम हैं। एक पखवाड़े से अधिक अवधि से ट्रेनों के निरस्त रहने से आरक्षित व अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों की संख्या घट कर आधी रह गई है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार हिण्डौन रेलवे स्टेशन को सुपरफास्ट, एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेनों में यात्री भाड़ा से सामान्य दिनों में 3 से सवा तीन लाख रुपए की आय होती है। जो अब घट कर 1 लाख से एक लाख 15 हजार रुपए रह गई है। गौरतलब है कि आय की दृष्टि से एनएसजी-4 श्रेणी रेलवे स्टेशनों में शामिल हिण्डौन में अप व डाउन में 40 दैनिक व सप्ताहिक एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव निर्धारित किया हुआ है। हालांकि मथुरा में कार्य पूरा होने पर 6 फरवरी से सभी ट्रेनों का संचालन व ठहराव पूर्ववत होने की संभावना है।
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पैसेंजर में सर्वाधिक यात्रीभार, आय में आगे जनशताब्दी
रेलवे सूत्रों के अनुसार हिण्डौन रेलवे स्टेशन से सर्वाधिक 400 यात्री सवाई माधोपुर-मथुरा पैसेंजर से सफर करने वाले हैं। जबकि जनशताब्दी एक्सप्रेस से सर्वाधिक 40-45 हजार रुपए दैनिक यात्री भाड़ा आय होती है। दोनों ट्रेनों के रद्द होने से रेलवे स्टेशन की आय और यात्री भार में बड़ी कमी आई है।
श्रीमहावीरजी में महज 150 का यात्री भार
कई ट्रेनों के रद्द होने से जैन तीर्थ नगरी श्रीमहावीरजी के रेलवे स्टेशन का दैनिक यात्री भार घट कर महज 150 रह गया है। जिनसे करीब 30-32 हजार रुपए की आय हो रही है। जबकि पूर्व में श्रीमहावीरजी से औसत 300 यात्रियों के सफर से 60 हजार रुपए की आय होती थी।
स्टेशन अधीक्षक केएस मीणा ने बताया कि मथुरा जंक्शन यार्ड में रि – मॉडलिंग कार्य के चलते दैनिक ट्रेन जनशताब्दी एक्सप्रेस, स्वर्ण मंदिर मेल, सोगरिया एक्सप्रेस व सवाई माधोपुर-मथुरा पैसेंजर ट्रेन रदद् है। वहीं साप्ताहिक ट्रेनों में कोटा-उधमपुर, गांधीधाम- भागलपुर एक्सप्रेस व कोटा-श्री माता वैष्णो देवी कटरा रद्द है। वहीं मथुरा-रतलाम मैमू का भरतपुर तक ही संचालन हो रहा है।
इनका कहना है
मथुरा रेलवे स्टेशन पर रिमॉडलिंंग कार्य के चलते ट्रेनें रद्द होने से आय और यात्री भार आधा रह गया है। दैनिक यात्रियों की संख्या महज 3 हजार रह गई है। ऐसे में प्रति दिन के यात्री भाड़ा आय में 2 लाख रुपए की कमी आई है।
उदयभान मीणा, मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक, रेलवे स्टेशन, हिण्डौनसिटी।