इस दौरान पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे। कई घंटों तक चली कार्रवाई के दौरान चार दर्जन से अधिक कच्चे-पक्के मकानों को ध्वस्त किया गया। वहीं मकानों की नींवों को जेसीबी ने ध्वस्त कर दिया।
उपजिला कलक्टर देवेन्द्र सिंह परमार के नेतृत्व में तहसीलदार पृथ्वीराज मीना, कोतवाली थानाधिकारी दिनेश मीना, टाउन चौकी प्रभारी महेश शर्मा सहित पटवारी, बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों सहित पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा। इस दौरान जेसीबी के जरिए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कराई। कार्रवाई आयुर्वेदिक औषद्यालय के पीछे से शुरू की गई। इसके बाद जेसीबी से एक के बाद एक अतिक्रमण को जेसीबी से गिराना शुरू कर दिया। इस दौरान पाटोरपोश, निर्माणाधीन आवासों सहित नींव, दासेबंदी आदि को भी ध्वस्त कर दिया गया।
प्रशासन ने दिए थे नोटिस
चरागाह भूमि को लेकर प्रशासन की ओर से पूर्व में अतिक्रमियों को आगाह किया गया था। तहसीलदार पृथ्वीराज मीना ने बताया कि 91 की कार्रवाई के साथ चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए जिला कलक्टर के निर्देश पर संबंधित को पूर्व में नोटिस दिए गए थे। उन्होंने बताया कि संबंधित को भविष्य में अतिक्रमण नहीं करने के लिए भी पाबंद किया गया है।
हटा दिए अतिक्रमण
मण्डरायल मार्ग पर आयुर्वेदिक औषद्यालय के पीछे चरागाह भूमि पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान करीब 50 अतिक्रमण ध्वस्त किए गए।
देवेन्द्र सिंह परमार, उपजिला कलक्टर, करौली