scriptविकास से दूर, सुविधाओं का इंतजार, डांग इलाके के गांवों का हाल | karauli rajasthan patrika | Patrika News
करौली

विकास से दूर, सुविधाओं का इंतजार, डांग इलाके के गांवों का हाल

www.patrika.com

करौलीSep 21, 2018 / 12:44 am

Dinesh sharma

karauli news

विकास से दूर, सुविधाओं का इंतजार, डांग इलाके के गांवों का हाल

करौली. देश में जहां नित-नए आधुनिक संसाधन विकसित हो रहे हैं, वहीं जिले के बीहड़ों में बसे गांवों के बाशिंदे बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओंं को भी तरस रहे हैं। डांग इलाके के राहिर ग्राम पंचायत के गांवों के ग्रामीणों को जहां बिजली आज भी दिवास्वप्न बनी है, वहीं पेयजल का भी विकट टोटा है। सरकारी भवनों की हालात भी बदतर है।
यह स्थिति है चौबेकी, अलबतकी, आमरेकी, कुरतकी, आमरेकी गांवों की। हजारों की संख्या में बसे यहां की बाशिंदों को विकास की आहट तो सुनाई नहीं देती, लेकिन जब भी कोई अधिकारी यहां पहुंचता है तो उम्मीदभरी निगाहों से समस्याओं के समाधान की आस लगाते हैं।
इस गांव का गत दिनों सामाजिक कार्यकर्ता जितेन्द्र सिंह पिचानौत ने दौरा किया तो हालातों को देख जिला कलक्टर अभिमन्यु कुमार और अन्य अधिकारियों को अवगत कराया। इस पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव अग्रवाल, मनरेगा के अधिशासी अभियंता बद्रीलाल शर्मा आदि अधिकारी इन गांवों में पहुंचे।
मनरेगा के अधिशासी अभियंता बद्रीप्रसाद शर्मा ने बताया कि राहिर पंचायत के गांवों का दौरा किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

पानी की भी विकट समस्या
पेयजल के साधन नहीं होने से ग्रामीण एक कुई में जमा पानी से प्यास बुझाते हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि बारिश में कुईं भरी रहती है, जबकि गर्मी में पेयजल की गंभीर समस्या हो जाता है। इस पर सीईओ अग्रवाल ने कुई को कुआ बनाने और गंदा पानी रोकने के लिए दीवार बनाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पम्प लगाकर गांव की टंकी को भरवाने के भी निर्देश दिए।
इस दौरान ग्रामीणों ने सीईओ को सड़क भी समस्या बताते हुए कहा कि आवागमन तो बाधित होता ही है। किसी बीमार या गर्भवती महिला को चिकित्सालय पहुंचाना भी मुश्किलभरा होता है। ग्रामीणों को गांव में बिजली की रोशनी तो नसीब ही नहीं हुई है। इस दौरान अधिकारियों ने ग्रामीणों को समस्याओं के समाधान कराने का भरोसा दिलाया।
विद्यालयों का निरीक्षण
इस दौरान सीईओ ने स्कूलों का भी जायजा लिया। साथ ही बच्चों का शैक्षणिक स्तर जांचा। उन्होंने ग्राम पंचायत की ओर से पंचायत क्षेत्र में कराए गए कार्यों का भी निरीक्षण किया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो