राजीव गांधी खेल संकुल पर मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम का निर्माण हुआ है, लेकिन इसमें अभी कार्य बकाया है। इसका निर्माण कार्य पूरा होने पर यहां बॉलीबॉल, बास्केटबॉल, बैडमिन्टन, टेबिल टेनिस आदि खेलों के खेलने के लिए राष्ट्रीय स्तरीय की सुविधा मिलेगी एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता भी आयोजित हो सकेंगी।
ना देखरेख ना सार-संभाल
विशेष बात यह है कि खेल संकुल की सार-संभाल के प्रति कोई गंभीर नहीं है। बेरुखी का शिकार हुए खेल संकुल में जो निर्माण कार्य हुए हैं, वे भी क्षतिग्रस्त होने लगे हैं। मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम का तो हाल यह है कि उसके सभी दरवाजे खुले पड़े हैं। निर्माण एजेन्सी द्वारा गेट नहीं लगाए हैं, जिससे जानवरों के घुसने से पूरे हॉल में गोबर ही गोबर नजर आता है। इसके अलावा समीप के हॉल आदि में दीवारों में दरार नजर आती हैं। कुल मिलाकर लाखों रुपए का नुकसान उपयोग से पहले ही हो चुका है। लेकिन ना कोई चौकीदार है और कोई सार-संभाल।
जनप्रतिनिधियों की इच्छाशक्ति का अभाव और सरकार की उपेक्षा के चलते खेल संकुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। सरकार ने बजट ही नहीं दिया। इससे करौली जिला ही नहीं बल्कि आसपास के खेल प्रेमियों और खिलाडिय़ों को निराशा हुई। कार्य पूरा हो जाता तो यहां राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिताएं होती, जिससे खिलाडिय़ों को आगे बढऩे का मौका मिलता। अब नई सरकार से खेल संकुल का कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
राजेश सारस्वत, सचिव जिला क्रिकेट संघ, करौली
प्रदेश की नई सरकार से हम खेल संकुल के निर्माण कार्य को पूरा कराने की उम्मीद करते हैं। साथ ही मांग करते हैं कि सरकार कार्य को शीघ्र पूरा कराए, जिससे खिलाडिय़ों को सुविधा मिल सके। साथ ही जिले में खेलों को बढ़ावा मिल सकेगा।
हाजी रुखसार अहमद, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष