पुलिस के अनुसार कई बार मामला शांत होने के बाद भी सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो और मैसेज पोस्ट किए जाते हैं जिनसे मामले को तूल देकर बढ़ाया जाता है। इसको देखते हुए कासगंज पुलिस ने सोशल नेटवर्किंग के जरिए हिंसा भड़काने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस के मुताबिक कुछ समय पहले राम सिंह ने धर्मस्थल के आग से राख हुए हिस्से का वीडियो बनाकर पोस्ट किया और नफरत फैलाने वाले कैप्शन लिखे। ये ग्रुप भड़काउ तस्वीरें भी पोस्ट करता है और इसके सदस्य शेयर करके उन वीडियो और तस्वीरों को वायरल करते हैं।
आपको बता दें कि राज्य सरकार लगातार कासगंज में मामला नियंत्रित करने के प्रयास में जुटी हुई है, इसी के चलते आज मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ चंदन गुप्ता के परिजनों से मुलाकात करेंगे। लेकिन सोशल मीडिया के दुरुपयोग के चलते मामले को लगातार तूल दिया जा रहा है। यही कारण है कि वहां के हालात अब तक पूरी तरह शांत नहीं हो पाए हैं। इन स्थितियों को देखते हुए पुलिस ने सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वालों पर कार्रवाई शुरू की है।
ये था मामला
कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगा यात्रा के दौरान बवाल हो गया था। तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदाय के युवक आपस में भिड़ गए थे। इसके बाद दोनों समुदायों के बीच जमकर ईंट पत्थर चले और फायरिंग हुई। इस घटना में तीन स्कार्पियों समेत आधा दर्जन वाहनों में तोड़फोड की गई। फायरिंग के दौरान तीन युवकों को गोली लगी, जिसमें चंदन गुप्ता नामक एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि दर्जन भर युवक घायल हो गए थे। तब से हिंसा की ये आग शहर में पूरी तरह शांत होने का नाम नहीं ले रही है।