कासगंज में 24 घंटों में लूट की दो घटनाएं सामने आईं। पहली घटना अमांपुर की थी जहां बदमाशों ने डकैती के दौरान गृहस्वामी की हत्या कर दी थी। वहीं दूसरी घटना सहावर कस्बे के रेलवे रोड के सामने नबी नगर की है। शुक्रवार तड़के तीन बजे के बाद कुछ डकैत बलवंत सिंह के मकान में घुस गए। सरिया, डंडों और चाकू से प्रहार कर परिवार के रामदास समेत वृद्धा चम्पादेवी और माया देवी की निर्मम हत्या कर दी गई, जबकि राजकुमार, अजय, आरती गंभीर रूप से घायल हो गए। उसके बाद बदमाश घर में रखी लाखों की नकदी जेवरात लेकर फरार हो गये। उन्हें पुलिस द्वारा उपचार के लिए भर्ती कराया गया। घटना के बाद आक्रोशित भीड़ के साथ परिजनों ने तीनों शवों को मुख्य चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया।
सूचना पर पहुंचे सीओ को आक्रोशित भीड़ ने घेराव किया और उनकी गाड़ी पर पथराव कर दिया, जिससे सीओ की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। बेकाबू भीड़ ने एक निजी चैनल के एक पत्रकार की पिटाई कर दी और अन्य मीडियोंकर्मियों की आईडी तोड़कर पथराव कर दिया।
बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के आलाधिकारियों ने भारी तादाद में पुलिस, पीएसी के जवानों को मुस्तैद कर दिया था। जैसे ही पुलिस शवों को कब्जे में लेने के लिए चौराहे पर पहुंची। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया और इसके जवाब में पुलिस ने हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागे व शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इन घटनाओं से पुलिस अधिकारी भी दबाव में नजर आए। घटना की जानकारी पर आगरा जोन के एडीजी अजय आनंद और आईजी संजीव गुप्ता भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने एहतियातन सहावर कस्बे में भारी मात्रा में पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया। खुलासे के लिए एसटीएफ समेत छह टीमों का गठन कर दिया है।