झंडाबाजार में नगर निगम की दुकानों का निर्माण कराने परिषद में रखा जाएगा प्रस्ताव
कटनी•Aug 01, 2018 / 09:43 pm•
mukesh tiwari
23 shop allowed only
कटनी. खतरे के बीच जर्जर दुकानों में व्यापार का संचालन कर रहे झंडाबाजार, सराफा के व्यापारी कई साल से नवीन निर्माण कराने नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं। अब आस जगी है लेकिन उसमेंं भी मात्र 23 दुकानों को ही अनुमति देने की अनुशंसा कर निगम परिषद की बैठक में प्रस्तुत किया जा रहा है। जिसके चलते एक सैकड़ा से लगभग व्यापारियों को फिर अनुमति के इंतजार में खतरे के बीच ही व्यापार करना पड़ेगा। झंडाबाजार व सराफा में लगभग 136 नगर निगम की पुरानी दुकानें हैं। जिनमें ज्वेलरी, किराना, होटल, मनिहारी सहित अन्य व्यापार होता है। लगभग 50 साल पुरानी दुकानों में कहीं टीन टूट गए हैं तो कहीं लोहे की गाटर नीचे आ गई हैं। ऐसे में व्यापारी व ग्राहक दोनों को जान का खतरा बना रहता है तो आए दिन चोरी की वारदातें भी होती रहीं हैं। बारिश में टपकती छत के बीच दुकानदार व्यापार करते हैं। 236 दुकानों में से वर्ष 1995-96 में प्रथम महापौर विजेन्द्र मिश्र के कार्यकाल में एक सैकड़ा दुकानों का खुद से निर्माण कराने की अनुमति निगम से मिली थी। उसके बाद संदीप जायसवाल के कार्यकाल में 28 दुकानों को अनुमति मिली लेकिन उनका अनुबंध आज तक पूरा नहीं हो पाया। लगभग 15 साल से व्यापारी महापौर व आयुक्त को आवेदन देकर अनुमति देने की मांग करते आ रहे हैं ताकि वे अपनी दुकानों का निर्माण करा सकें। मांग के आधार पर 23 दुकानदारों को ही अनुमति देने का प्रस्ताव परिषद की होने वाली आगामी बैठक में रखा जाना है। जिसके बाद शेष दुकानदारों को अभी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
इनका कहना है…
परिषद की बैठक में कुछ दुकानों के निर्माण को अनुमति देने का प्रस्ताव शामिल किया गया है। परिषद की बैठक में चर्चा की जाएगी कि उसी आधार पर अन्य दुकानदारों को भी अनुमति दी जाए ताकि समस्या का निदान हो सके।
संतोष शुक्ला, नगर निगम अध्यक्ष