बाई तुम्हारी गरीबी हम दूर करेंगे
महिला को गठिया बात की समस्या थी, उसने कथित वैद्य से बात ठीक करने की दवा ली। इस दौरान महिला के पास मात्र 50 रुपये थे, तो वैद्य ने कहा कि 100 रुपये में ही दवाई आएगी। इसपर महिला ने खेत मालिक से 50 रुपये उधार लेकर दवा क्रय की। जब महिला 100 रुपये की व्यवस्था नहीं बना पाई तो ठग ने कहा कि बाई आपकी गरीबी बहुत ज्यादा लग रही है। महिला ने कहा कि वह खेत की तकवारी करके जीवन यापन कर रही है। ठग ने कहा कि तुम एक लाख 20 हजार रुपये की व्यवस्था करो, हम तुम्हारे लिए एक करोड़ रुपये की व्यवस्था करेंगे। महिला ने कहा कि आप तो खुद बाग रहे हो तो कैसे अमीर बनाओगे तो ठग ने झांसे में लेते हुए कहा कि वह गरीबों की सेवा के लिए घूम रहा है। तीन दिन की मियाद दिया।
राखी तिराहा में तालाब के पास कार से पहुंचे। उसमें बैठाकर कुछ दूर लेकर गए और रुपये लेने के बाद महिला को कार से उतारकर चंपत हो गए। फोन करने पर कहा कि थोड़ी देर बाद आने कहा। महिला पूरी रात इंतजार करती रही। सुबह कहा कि जो कागज और पेटी दिए हैं टप में नमक और एक गुम्मा पानी डालकर उसमें कागज भिगोने के लिए कहा। दो घंटे तक न छूने के लिए कहा, फिर उसमें पन्नी बंधवाई। तीन घंटे तक घोलने के लिए कहा। ठग ने कहा कि अब हम कुछ देर बाद आकर उसका रुपया बना देंगे। महिला घोल बनाती रही, लेकिन ठग नहीं पहुंचे, इसके बाद फोन से संपर्क बंद कर दिया। जब महिला को लगा कि वह ठगी का शिकार हो गई तो पुलिस को जाकर समस्या बताई।