तीन दिन के भीतर 95 मजदूर आ चुके हैं गांव
जिले में रोजगार नहीं मिलने से अपना व परिवार का जीविकोपार्जन के लिए प्रदेश व जिले से बाहर गए मजदूरों का लॉक डाउन में गांवों की तरफ लौटना जारी है। अकेले ग्राम पंचायत पहाड़ी निवार की बात करें तो तीन दिन के भीतर 95 मजदूर परिवार के साथ गांव लौटे हैं। ये सभी मजदूर विदिशा, सागर, बीना, जबलपुर जैसे संक्रमित जिलों से लौटकर आ रहे है। बड़ी संख्या में मजदूरों के गांव लौटने और तुरंत घर में प्रवेश मिलने की वजह से जिला सुरक्षित दिखाई नहीं दे रहा है। अब तक 18 हजार से अधिक लोग जिले में अब तक आ चुके हैं। इसमें से 80फीसदी मजदूर वर्ग है। जो काम की तलाश में गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र, भोपाल, जबलपुर, डिंडौरी, इंदौर, खरगोन, सागर, विदिशा जैसे जिलों में परिवार के साथ पेट पालने गए थे।
सोशल डिस्टेंसिंग का भी नहीं रखा ध्यान-
शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल पहाड़ी निवार में दो दिन तक ठहराए गए मजदूरों को जिस वाहन से जिम्मेदारों ने गांव भिजवाया, उसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा गया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना जिम्मेदार ही खुद भूल गए और सभी मजदूरों को सामान सहित एक ट्रैक्टर-ट्राली में भेड़-बकरियों की तरह बिठवा दिया। इससे जिम्मेदारों की लापरवाही भी निकलकर सामने आई।
-मजदूरों को स्कूल में क्वोंटाइन कराया गया था। दो दिन रुकने के बाद मजदूर घर छोडऩे की जिद पर अड़ गए। खाना छोड़ दिया। कहने लगे की यहां पर मच्छर काटते है। जिसके चलते सभी मजदूरों को घर भिजवा दिया गया।
बलवीर रमण, एसडीएम।