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गजब! जीआरएस बना श्रमिक, मनरेगा में हाजिरी लगाकर किया मजदूरी का आहरण, परिवार जनों को किया लाभान्वित

पीएम आवास का लाभ दिलाने की अवैध वसूली, ग्रामीणों ने जनपद व जिला पंचायत सीईओ से शिकायत कर की कार्यवाही की मांग, ग्राम पंचायत धूरी का मामला

कटनीSep 23, 2020 / 08:18 pm

balmeek pandey

Crores of rupees scam in post office

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कटनी/स्लीमनाबाद. बहोरीबंद जनपद की ग्राम पंचायत धूरी में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक के द्वारा वर्ष 2013-14 में मनरेगा योजना में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जनपद सीइओ मीना कश्यप, जिला पंचायत सीइओ जगदीशचंद्र गोमे व कलेक्टर एसबी सिंह से की है। शिकायत के माध्यम से बताया कि ग्राम पंचायत में पदस्थ दिनेश पटेल ने वर्ष 2013-14 में सीसी रोड निर्माण कार्य में मनरेगा योजना के तहत स्वयं श्रमिक बनकर अपनी हाजिरी 6 दिन की भरकर राशि आहरण कर ली है। साथ ही अपने परिवार जनों की भी फर्जी हाजिरी भरकर राशि गोलमाल कर दी है, जबकि ग्राम रोजगार सहायक के परिवार के लोगों ने काम ही नहीं किया है, ऐसा आरोप ग्रामीणों ने की गई शिकायत में लगाया है।

पीएम योजना का लाभ दिलाने वसूली
ग्राम धूरी के निवासी टेकचंद चौधरी ने ग्राम रोजगार सहायक पर पीएम आवास योजना के लाभ दिलाने के नाम पर भी शिकायत बहोरीबंद एसडीएम से की है। जिसमें बताया गया है कि ग्राम रोजगार सहायक के द्वारा आवास योजना के लाभ दिलाने के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग की गई है। फिर 5 हजार में बात तय हुई और 5 हजार की राशि ग्राम रोजगार सहायक को दे दी गई, लेकिन अभी तक पीएम आवास योजना का लाभ नही मिला। ग्राम रोजगार सहायक से अब जब दिए गए रुपयों की मांग की जाती है तो धमकी दी जा रही है। जीआरएस की मनमानी से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों ने उक्त मामले में अधिकारियों से जांच कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।

इनका कहना है
बहोरीबंद की ग्राम पंचायत धूरी में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक के द्वारा मनरेगा योजना में स्वयं की हाजिरी भरकर राशि आहरण करने का मामला संज्ञान में आया है। साथ ही अन्य गड़बडिय़ों की भी शिकायत प्राप्त हुई है। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच उपरांत दोषी पाए जाने पर कारवाई की जाएगी।
मीना कश्यप, जनपद पंचायत सीइओ बहोरीबंद।

मेरे खिलाफ जो शिकायत की गई वह आपसी मतभेद के कारण की गई है। मेरे द्वारा किसी से पीएम आवास योजना के नाम पर रुपयों की मांग नही की गई। जांच में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
दिनेश पटेल, ग्राम रोजगार सहायक धूरी।

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