आरसीएमएस के बाद भी नामांतरण ऑनलाइन किये जाने के मामले में जरुरतमंदों को नहीं मिल रहा लाभ
कटनी•Oct 08, 2018 / 12:34 pm•
raghavendra chaturvedi
Traffic jam in mp
कटनी. पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के बाद सभी क्षेत्र में मंहगाई की बात कही जा रही है। ऐसे में एक क्षेत्र ऐसा भी हैं, जो मंहगाई से अछूता है। जिलेभर में जमीन की खरीद बिक्री के मामले में मंहगाई का असर बिल्कुल भी नहीं पड़ा है। बीते वित्तीय वर्ष अगस्त माह तक 3851 रजिस्ट्री 16 करोड़ 52 लाख रुपये की हुई थी तो इस साल अगस्त माह तक 4 हजार 967 रजिस्ट्री 22 करोड़ 75 लाख रुपये की हुई है। यानी बीते वर्ष की तुलना में लगभग डेढ़ गुना ज्यादा। रजिस्ट्री के आंकड़ों को लेकर जानकारों का कहना है कि जमीन की खरीद बिक्री लोगों की महत्वपूर्ण जरुरतों में से एक है। इस कारण इसमें कीमत ज्यादा बढऩे के बाद भी लोग जरुरत की जमीन लेते हैं और रजिस्ट्री करवाते हैं। इस कारण रजिस्ट्री में बढ़ोतरी हो रही है।
इधर जमीन रजिस्ट्री के बाद नामातंरण की प्रक्रिया के लिए आवेदकों को अब रेवेन्यू केस मैनेजमेंट सिस्टम (आरसीएमएस) के माध्यम से अपने प्रकरण की स्थिती ऑनलाइन जानने की सुविधा मिल गई है। खासबात यह है कि जिले में यह सुविधा लगभग 15 दिन से पहले से प्रारंभ हो गया है। इस बीच लगभग 100 से ज्यादा रजिस्ट्री भी हुई है। सुविधा की जानकारी नहीं होने से लाभ नहीं मिल रहा है।
इन सबके के बीच रजिस्ट्रार के कटनी में नियमित नहीं होने के कारण भी जमीन के के्रेता व विक्रेता को कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यहां रजिस्टार रामाधार वर्मा दमोह में रहते हुए ही कटनी का प्रभार देख रहे हैं। उनके पास कटनी के अलावा पन्ना जिले के प्रभार की बात भी कही जा रही है। कटनी में रजिस्ट्री को लेकर रजिस्टार ने बताया कि बीते साल की तुलना में जमीन की रजिस्ट्री ज्यादा हुई है। जमीन रजिस्ट्री के बाद नामांतरण का प्रकरण सीधे तहसीलदार के लॉगिन में आनलाइन ट्रांसफर हो रहा है। इसके लिए आवेदकों को अब पटवारी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।