सार्वजनिक शौचालय अधूरे, खुले में शौच जा रहे लोग,नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर मंगाए हैं दावे-आपत्ति
कटनी•Dec 15, 2018 / 12:10 pm•
mukesh tiwari
Incomplete work of public toilets
कटनी. नगर निगम शहर को ओडीएफ प्लस करने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए दावे-आपत्ति और सुझाव भी मांगे गए हैं लेकिन स्थिति यह है कि अभी भी शहर पूरी तरह से ओडीएफ के भी दायरे में नहीं है। जिन शहरों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है, वहां पर ओडीएफ प्लस के माध्यम से लोगों को शौचालयों का उपयोग करने के बाद अपने आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने जागरुक करना है ताकि स्वच्छता बरकरार रहे।
नगर निगम में स्थिति यह है कि मलिन बस्तियों व सार्वजनिक स्थलों में बनाए जा रहे सार्वजनिक शौचालय अधूरे पड़े हैं और ऐसे में लोग खुले में शौच को जा रहे हैं। 45 वार्डों में 24 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया जाना है। जिसमें से 19 का काम प्रारंभ किया गया था। स्थिति यह है कि अभी तक आठ शौचालय का काम ही हो पाया है और वे भी पूरे नहीं हो पाए हैं। सावरकर वार्ड रेलवे लाइन के किनारे बस्ती के लोग पटरियों किनारे शौच को जाते हैं। यहां पर सार्वजनिक शौचालय का काम धीमी गति से चल रहा है और अभी तक छत तक का काम ही हो पाया है। बीडी अग्रवाल वार्ड की नारायण बस्ती में शौचालय बनकर तैयार है लेकिन नगर निगम उसे शुरू नहीं करा पाया है तो माधवनगर जागृति पार्क के पास भी निर्माण अधूरा पड़ा है।
चार हजार शौचालय का नहीं टेंडर
शहर में चुनाव से पहले व्यक्ति शौचालयों के निर्माण के टेंडर होने थे। आचार संहिता लगने के बाद से उनका काम भी शुरू नहीं हो पाया है। शहर में 4 हजार शौचालयों का निर्माण कराया जाना है और उसकी निविदा प्रक्रिया दो माह से रुकी पड़ी है। ऐसे में 4 हजार परिवारों पास शौचालय ही नहीं हैं तो ऐसे में ओडीएफ प्लस बनने में शहर को अभी काफी वक्त लगेगा।
खास बातें-
– 24 स्थानों पर बनाए जाने हैं सार्वजनिक शौचालय
– अभी आठ का काम ही हो पाया शुरू
– आठ शौचालय मेंं से कोई नहीं हो पाया शुरू
– 4 हजार परिवारों को अभी भी व्यक्तिगत शौचालय की दरकार
इनका कहना है…
शहर को स्वच्छता में अव्वल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आचार संहिता के कारण चल रहे कार्यों में गति कम रही है। अब सभी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक भी किया जाएगा।
शशांक श्रीवास्तव, महापौर