हो रही गंभीर परेशानी
सडक़ का निर्माण ना होने से पूर मार्ग में लोगों को परेशान हो रही है। सबसे अधिक समस्या बाइपास में पडऩे वाले गावों के रहवासियों को हो रही है। आए दिन हादसे हो रहे हैं। कंपनी द्वारा एकदम धीमी गति से काम किया जा रहा है। जानकारों की मानें तो 38 माह में अभी 70 फीसदी काम ही हो पाया है। 30 प्रतिशत काम शेष है, जिस गति से काम चल रहा है पूरा होने में एक साल से अधिक का वक्त लग सकता है। यहां पर ना तो पानी का छिडक़ाव हो रहा है और ना ही संकेतक लगाए गए हैं।
यह हो रहा है निर्माण
जानकारी के अनुसार 20 किलोमीटर के बाइपास में फोर-लेन सडक़ के साथ व्हाइटनिंग भी कराया जाना है। इसमें दो फ्लाइओवर बन रहे हैं। पहला फ्लाइओर पीरबाबा व दूसरा फ्लाइओवर चाका बाइपास में तैयार कराया जा रहा है। ये दो साल से बन रहे हैं, लेकिन आजतक पूरे नहीं हो पाए। पांच अडंरपास बनाए गए हैं, ताकि ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी न हो। इसमें पन्ना मार्ग, दमोह मार्ग, गुलवारा, द्वारा व कैलवारा शामिल हैं। इसके अलावा कटनी नदी पर एक माइनर ब्रिज भी तैयार कराया जाना है, जिसका भी काम अधूरा है।
नहीं बढ़ रही रफ्तार
श्रीजी कंपनी द्वारा सडक़ निर्माण का जो काम किया जा रहा है उसकी रफ्तार एकदम धीमी है। तय मियाद पूरी होने के बाद भी ठेकेदार द्वारा काम में गति नहीं लाई जाती। कभी भूमि अधिग्रहण का मामला तो कभी स्वीकृति में देरी आदि की वजह बताकर काम में देरी की गई। इतना ही नहीं जहां पर काम हो रहा है, वहां पर सुरक्षा व गुणवत्ता मानकों का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा। पूर्व में एजेंसी द्वारा जांच भी कराई गई, कई स्थानों पर तोडफ़ोड़ भी कराई गई थी।
लोगों की मुश्किलें नहीं हो रहीं कम
बता दें कि इस फोर-लेन सडक़ का निर्माण हो जाने से न सिर्फ हाइवे में सफर करने वाले लोगों का सफर आसान हो जाएगा, बल्कि शहर व जिलेवासियों सहित आसपास के लोगों को काफी सहूलियत होगी। अभी दो-लाइन सडक़ के कारण आए दिन हादसे होते हैं।
वर्जन
बाइपास निर्माण का 76 प्रतिशत कार्य हो गया है। सीबीआइ द्वारा की गई कार्रवाई के कारण कुछ देरी हुई है। रेलवे के स्थान पर काम अधिक रुका है। ठेकेदार को समय-समय पर नोटिस दिया गया है। ठेकेदार पर कार्रवाई के लिए मुख्यालय भी प्रस्ताव भेजा जा रहा है। समय पर काम न करने पर पेनाल्टी लगाए जाएगी।
आनंद कुमार, प्रोजेक्ट हेड एनएचएआइ।