दरअसल, बरही थाने में पदस्थ महिला एसआइ मीनाक्षी पेंद्रे ने बताया कि सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे रेत लोड तीन वाहनों को रोका। वाहनों के दस्तावेजों की जांच के दौरान ही विजयराघवगढ़ बाइपास से दो वाहन भागते दिखे। इन तीनों हाइवा को आरक्षक के जिम्मे छोड़कर दोनों वाहनों का पीछा किया। दो किलोमीटर की दूरी पर रोका और जांच शुरू की। तभी पहले रोके गए तीन वाहन उसी रोड पर आ गए। उन वाहनों के ड्राइवर ने बताया कि टीआई ने उन्हें जाने कहा है।
एसआई ने टीआई को फोन लगाया
इस पर एसआई ने टीआई को फोन लगाया और रेत ओवरलोड वाहनों को छोड़ने का कारण पूछा। इस पर टीआई ने कहा कि तुम कौन होती हो…ए…मैं थाना प्रभारी हूं, मेरे को थाना चलाना है। बतौर एसआई इस दौरान टीआई ने बदतमीजी से बात की। जवाब में एसआई ने कहा कि मेरी ड्यूटी के दौरान जो भी वाहन गुजरेंगे कार्रवाई करूंगी। इसके बाद उच्चाधिकारियों को जानकारी दी।
मौके पर दूसरे अधिकारी पहुंचे
एसआई की सूचना पर तहसीलदार और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीओपी के निर्देश पर वाहनों को बरही थाने में खड़ी करवाया गया। एसआइ पेंद्रे ने बताया कि पूरे मामले को लेकर मंगलवार की दोपहर 1 बजे थाना के रोजनामचे में टीआई एनके पांडे के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की है।
एसआई की सूचना पर तहसीलदार और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीओपी के निर्देश पर वाहनों को बरही थाने में खड़ी करवाया गया। एसआइ पेंद्रे ने बताया कि पूरे मामले को लेकर मंगलवार की दोपहर 1 बजे थाना के रोजनामचे में टीआई एनके पांडे के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की है।
वाहनों को जाने दिया
महिला एसआई ने आरोप लगाया है कि रात में पकड़े गए पांच हाइवा वाहनों में दमोह के विनोद दुबे का वाहन जाने दिया गया। बताया जा रहा है कि विनोद दुबे दमोह के नेता है। इतना ही नहीं रात में पकड़े गए पांचों वाहनों के ड्राइवरों को भी भागने का मौका दिया गया। दूसरे चालकों की मदद से चार हाइवा वाहनों को बरही तहसील परिसर में खड़ी करवाया गया।
महिला एसआई ने आरोप लगाया है कि रात में पकड़े गए पांच हाइवा वाहनों में दमोह के विनोद दुबे का वाहन जाने दिया गया। बताया जा रहा है कि विनोद दुबे दमोह के नेता है। इतना ही नहीं रात में पकड़े गए पांचों वाहनों के ड्राइवरों को भी भागने का मौका दिया गया। दूसरे चालकों की मदद से चार हाइवा वाहनों को बरही तहसील परिसर में खड़ी करवाया गया।
जांच करवाएंगे
आधी रात स्पॉट पर वाहनों की टीपी की जांच करने पहुंंचे तहसीलदार एसएन त्रिपाठी और नायब तहसीलदार सुरेश सोनी ने मोबाइल पर टीपी का परीक्षण किया। उन्होंने प्रथम दृष्टया माना कि सभी वाहनों में पटरा लगाकर रेत का ओवरलोड परिवहन किया जा रहा था। टीपी वैध है या अवैध इसकी जांच करवाने की बात कही।
आधी रात स्पॉट पर वाहनों की टीपी की जांच करने पहुंंचे तहसीलदार एसएन त्रिपाठी और नायब तहसीलदार सुरेश सोनी ने मोबाइल पर टीपी का परीक्षण किया। उन्होंने प्रथम दृष्टया माना कि सभी वाहनों में पटरा लगाकर रेत का ओवरलोड परिवहन किया जा रहा था। टीपी वैध है या अवैध इसकी जांच करवाने की बात कही।
आरोपों पर टीआई की सफाई
वहीं, अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर बरही टीआई एनके पांडेय ने कहा कि एसआई द्वारा रेत लोड वाहन चालकों से मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। वह अलग मामला है। चार वाहनों पर रेत ओवरलोड का प्रकरण दर्ज किया गया है। दमोह के जिस वाहन को छोड़ा गया है, उस पर ओवरलोड रेत नहीं था।
वहीं, अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर बरही टीआई एनके पांडेय ने कहा कि एसआई द्वारा रेत लोड वाहन चालकों से मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। वह अलग मामला है। चार वाहनों पर रेत ओवरलोड का प्रकरण दर्ज किया गया है। दमोह के जिस वाहन को छोड़ा गया है, उस पर ओवरलोड रेत नहीं था।
कटनी एसपी ललित शाक्यवार ने कहा कि टीआई और एसआई के बीच क्या बात हुई इसकी जांच करवा रहे हैं। एसडीओपी को निर्देश दिए हैं कि जांच कर रिपोर्ट सौंपे। दमोह की गाड़ी छोड़े जाने की भी जांच शामिल है।