एसआई ने टीआई को फोन लगाया
इस पर एसआई ने टीआई को फोन लगाया और रेत ओवरलोड वाहनों को छोड़ने का कारण पूछा। इस पर टीआई ने कहा कि तुम कौन होती हो…ए…मैं थाना प्रभारी हूं, मेरे को थाना चलाना है। बतौर एसआई इस दौरान टीआई ने बदतमीजी से बात की। जवाब में एसआई ने कहा कि मेरी ड्यूटी के दौरान जो भी वाहन गुजरेंगे कार्रवाई करूंगी। इसके बाद उच्चाधिकारियों को जानकारी दी।
एसआई की सूचना पर तहसीलदार और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीओपी के निर्देश पर वाहनों को बरही थाने में खड़ी करवाया गया। एसआइ पेंद्रे ने बताया कि पूरे मामले को लेकर मंगलवार की दोपहर 1 बजे थाना के रोजनामचे में टीआई एनके पांडे के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की है।
महिला एसआई ने आरोप लगाया है कि रात में पकड़े गए पांच हाइवा वाहनों में दमोह के विनोद दुबे का वाहन जाने दिया गया। बताया जा रहा है कि विनोद दुबे दमोह के नेता है। इतना ही नहीं रात में पकड़े गए पांचों वाहनों के ड्राइवरों को भी भागने का मौका दिया गया। दूसरे चालकों की मदद से चार हाइवा वाहनों को बरही तहसील परिसर में खड़ी करवाया गया।
आधी रात स्पॉट पर वाहनों की टीपी की जांच करने पहुंंचे तहसीलदार एसएन त्रिपाठी और नायब तहसीलदार सुरेश सोनी ने मोबाइल पर टीपी का परीक्षण किया। उन्होंने प्रथम दृष्टया माना कि सभी वाहनों में पटरा लगाकर रेत का ओवरलोड परिवहन किया जा रहा था। टीपी वैध है या अवैध इसकी जांच करवाने की बात कही।
वहीं, अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर बरही टीआई एनके पांडेय ने कहा कि एसआई द्वारा रेत लोड वाहन चालकों से मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। वह अलग मामला है। चार वाहनों पर रेत ओवरलोड का प्रकरण दर्ज किया गया है। दमोह के जिस वाहन को छोड़ा गया है, उस पर ओवरलोड रेत नहीं था।